Surdas Ke Pad Class 10 MCQ
सूरदास के पद MCQ
Note –
- “सूरदास के पद” कविता का भावार्थ पढ़ने के लिए Next Page में Click कीजिए।
- “सूरदास के पद” कविता के प्रश्नों के उत्तर देखने के लिए Next Page में Click कीजिए।
- “सूरदास के पदों” का भावार्थ हमारे YouTube channel में देखने के लिए इस Link में Click कीजिए । – (Padhai Ki Batein /पढाई की बातें)
Surdas Ke Pad Class 10 MCQ Questions
- “भ्रमरगीत” में गोपियों ने किसके प्रति अपना प्रेम व्यक्त किया है – श्रीकृष्ण
- भ्रमरगीत के ये चार पद , सूरदासजी के कौन से ग्रंथ से लिए गए हैं – सूरसागर
- श्रीकृष्ण का योग संदेश गोपियों के लिए कौन लेकर आया था – उद्धव
- उद्धव , गोपियों को कौन सा संदेश देते हैं – योग साधना का संदेश
- गोपियों को अकेला छोड़कर कृष्ण गोकुल से कहां चले गए थे – मथुरा
- “सूरदास के पदों” में किस भाषा का प्रयोग किया गया है – ब्रजभाषा का
- सूरदास ने किस भाषा में भ्रमरगीत लिखा है – ब्रजभाषा
- “सूरदास के पदों” में कौन सा रस है – श्रृंगार रस
- गोपियां किसके प्रेम में आसक्त (दीवानी) हो गई हैं – श्रीकृष्ण के
- “सूरदास के पदों” में “तेल की गागरि” कहकर किसे बुलाया गया है – उद्धव को
- उद्धव को “बडभागी’ किसने कहा – गोपियों ने
- गोपियों का उद्धव को “बड़भागी” कहने के पीछे क्या उद्देश्य था – उद्धव को व्यंग्य कसना
- कृष्ण की संगति में रहकर भी कौन उनके प्रेम से अछूते रहे – उद्धव
- “प्रीति नदी” किसके लिए प्रयोग किया गया है – श्रीकृष्ण के लिए
- “प्रीति नदी” में कौन सा अलंकार है – रूपक
- “पुरइन पात” में कौन सा अलंकार है – अनुप्रास
- “ज्यौं जल माहँ तेल की गागरि , बूँद न ताकौं लागी।” , में कौन सा अलंकार है – उपमा
- उद्धव के व्यवहार की तुलना किसके पत्ते से की गई है – कमल के
- कमल के पत्ते की कौन सी विशेषता कविता में बताई गई है – कमल का पत्ता पानी में डूबा रहता है मगर उस पर पानी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
- तेल की मटकी की विशेषता क्या है – उसमें पानी कभी नहीं ठहरता है।
- “प्रीति नदी मैं पाउँ न बोरयौ” , का क्या अर्थ है- प्रेम रूपी नदी में कभी भी पैर नहीं डुबाये अर्थात जो कभी श्रीकृष्ण के प्रेम बंधन में नहीं बंधा।
- कौन अपने आपको भोली और अबला समझती हैं – गोपियां
- गोपियों ने स्वयं को भोली -भाली क्यों कहा है – क्योंकि वो छल कपट से दूर रहती है।
- “सूरदास अबला हम भोरी , गुर चाँटी ज्यौं पागी”। इस पंक्ति में कौनसा अलंकार है – उपमा अलंकार
- गोपियों ने उद्धव के अनासक्त रहने की तुलना किससे की है – कमल के पत्ते और तेल से भरी मटकी से
- “गुर चाँटी ज्यौं पागी” , इस पंक्ति में गुर (गुड) और चाँटी (चींटी) किसे कहा गया है – श्रीकृष्ण के प्रेम को गुड और गोपियों को चींटी कहा गया है।
- “मन की मन ही माँझ रही” , का क्या अर्थ है – मन की बात मन में ही रहना
- “मन की मन ही माँझ रही” , में कौन सा अलंकार है – अनुप्रास
- “अवधि अधार आस आवन की” , में कौन सा अलंकार है – अनुप्रास
- गोपियां कौन सी बात श्रीकृष्ण को बताना चाहती थी – अपने मन की बात
- गोपियों के हृदय की इच्छाएं , हृदय में ही क्यों रह गई – क्योंकि कृष्ण मथुरा से वापस नहीं लौटे
- गोपियों को श्रीकृष्ण से गुहार लगाना व्यर्थ क्यों लगने लगा था – क्योंकि उन्होंने खुद न आकर उद्धव को योग संदेश देकर गोकुल भेजा था।
- गोपियों का धैर्य क्यों टूटने लगा – उन्हें विश्वास था कि एक न एक दिन कृष्ण उनसे मिलने जरूर आएंगे मगर वो नहीं आए और उन्होंने गोपियों को समझाने के लिए उद्धव को योग संदेश देकर भेज दिया ।
- उद्धव का योग संदेश , गोपियों को कैसा लगा – कड़वी ककड़ी के समान
- गोपियां “कड़वी ककड़ी” किसे कहती हैं – उद्धव द्वारा दिए गए योग संदेश को
- “मन चकरी” का क्या अभिप्राय है – मन की चंचलता
- गोपियों ने उद्धव को योग संदेश किसे देने की बात कही – चंचल मन वाले व्यक्तियों को
- चंचल मन वालों को योग संदेश देने से क्या लाभ होगा – उनका मन स्थिर हो सकेगा
- गोपियों का मन कहां स्थिर हो चुका था – श्रीकृष्ण के श्रीचरणों में
- गोपियां सोते – जागते , रात – दिन किसका ध्यान करती थी – श्रीकृष्ण का
- गोपियां किससे गुहार लगाना चाहती हैं – कृष्ण से
- गोपियां कृष्ण से क्यों गुहार लगाना चाहती हैं – अपनी बिरहा अग्नि को बुझाने के लिए
- उद्धव का योग संदेश सुनकर , गोपियों की बिरहा अग्नि या व्यथा (पीड़ा) घटने के बजाय बढ़ क्यों गई – क्योंकि श्रीकृष्ण से मिलने की उनकी आस अब पूरी तरह से टूट गई थी।
- “सु तौ ब्याधि हमकौ लै आए”, पंक्ति में ब्याधि (रोग) किसे कहा गया है – उद्धव के योग संदेश को
- “मधुकर” शब्द किसके लिए प्रयोग किया गया है – उद्धव के लिए
- गोपियों के अनुसार किसने राजनीति की शिक्षा प्राप्त कर ली है – श्रीकृष्ण
- गोपियों के अनुसार पहले से ही चतुर कौन था – श्रीकृष्ण
- गोपियों को ऐसा क्यों लगता है कि श्रीकृष्ण राजनीति में पारंगत हो गए हैं – कृष्ण के छलपूर्ण व्यवहार और गोकुल आने की बात कहकर मुकरने के कारण
- कृष्णा मथुरा जाते समय , गोपियों का क्या चुरा ले गए – मन या ह्रदय
- गोपियां , श्रीकृष्ण से क्या वापस चाहती हैं – अपना मन या ह्रदय
- गोपियों को श्रीकृष्ण का व्यवहार कैसा प्रतीत होता है – छलपूर्ण
- “सूरदास के पदों” में किस पक्षी की तुलना गोपियों से की गई है – हारिल पक्षी की
- कौन सा पक्षी हमेशा अपने पंजों में एक लकड़ी पकड़े रहता है – हारिल पक्षी
- “हारिल -लकड़ी” में कौन सा अलंकार है – उपमा
- किसने प्रेम की मर्यादा का उल्लंघन किया – श्रीकृष्ण ने
- गोपिया किससे गुहार लगाना चाहती थी – श्रीकृष्ण से
- “सुनत जोग लागत है ऐसौ , ज्यौं करुई ककरी।” , में कौन सा अलंकार है – उत्प्रेक्षा
- गोपियों ने कृष्ण को किस प्रकार धारण किया था – मन , कर्म और वचन से
- गोपियों के अनुसार सच्चा राजधर्म क्या है – प्रजा के हित का ध्यान रखना व उसका पालन पोषण करना और अनीति से दूर रहना।
- “हरि हैं राजनीति पढ़ि आए….जो प्रजा न जाहिं सताए”। इस पूरे पद में किस शब्द शक्ति का प्रयोग हुआ है – व्यजना (यानि गोपियाँ जिस कृष्ण से अथाह प्रेम करती थी अब वो उन्हें ही बुरा – भला कहने लगी हैं )
- “समुझी बात कहत मधुकर के , समाचार सब पाए”। ये पंक्तियों किसके द्वारा कही गई है – गोपियों के द्वारा
- बिरहिनी का अर्थ क्या है – बिरह में जीने वाली महिला
- “बिरहनी” शब्द किसके लिए प्रयोग किया गया है – गोपियों के लिए
- कृष्ण द्वारा किस मर्यादा के उल्लंघन की बात गोपियाँ , उद्धव से कर रही हैं – प्रेम की मर्यादा
- प्रेम की मर्यादा क्या है – प्रेम के बदले प्रेम देना
- गोपियों ने योग के संदेश को कैसा बताया – कृष्ण की स्वार्थवृत्ति का प्रतीक और शास्त्रविरुद्ध
- “मन क्रम बचन नंद-नंदन उर” , में नंद-नंदन” कौन है – श्रीकृष्ण
- “हमारे हरि” में कौन सा अलंकार है – अनुप्रास
- “बढ़ी बुद्धि” में कौन सा अलंकार है – अनुप्रास
कवि सूरदासजी से संबंधित प्रश्न
- सूरदास का जन्म कब हुआ था – सन 1478 में
- सूरदास की मृत्यु कब हुई थी – 1583 में
- सूरदास कहां रहते थे – गऊघाट में
- सूरदास का निधन कहां हुआ था – परसोली में
- सूरसागर में लगभग कितने पद हैं – 5000
- सूरदास किसके अनन्य भक्त थे – कृष्ण के
- सूरदास ने अपने साहित्य में किस को प्रमुखता दी है – कृष्ण को
- सूरदास के साहित्य में किस रस की प्रधानता देखी गई है – वात्सल्य रस
- सूरदासजी का अधिकतर साहित्य किस भाषा में है – ब्रजभाषा
- सूरदास के साहित्य में किस गुण की प्रधानता है – माधुर्य
- सूरदास के गुरु कौन थे – महाप्रभु वल्लभाचार्य
- सूरदास जन्म से ही कैसे थे – अंधे
- सूरदास किस काल के कवि माने जाते हैं – भक्ति काल के
- सूरदास के पदों में किस शैली का प्रयोग हुआ है – वर्णनात्मक , भावात्मक , दुरुह शैली
- सूरदास के कूट पदों में किस शैली का प्रयोग दिखाई देता है – दुरुह शैली
- सूरदास ने वर्णनात्मक शैली का प्रयोग कहाँ किया है – कथा या प्रसंगों के वर्णन में
- सूर की भक्ति भावना में कैसा भाव था – सखा भाव
- सूरदास किन कवियों में से एक थे – अष्टछाप
- सूरदास के प्रमुख ग्रंथ कौन से हैं – सूरसागर , साहित्य लहरी , सूर सारावली
- सूरदासजी किस मंदिर में भजन-कीर्तन करते थे – श्रीनाथजी के
“सूरदास के पदों” का भावार्थ हमारे YouTube channel में देखने के लिए इस Link में Click कीजिए । – (Padhai Ki Batein /पढाई की बातें)
Note – Class 8th , 9th , 10th , 11th , 12th के हिन्दी विषय के सभी Chapters से संबंधित videos हमारे YouTube channel (Padhai Ki Batein /पढाई की बातें) पर भी उपलब्ध हैं। कृपया एक बार अवश्य हमारे YouTube channel पर visit करें । सहयोग के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यबाद।
You are most welcome to share your comments . If you like this post . Then please share it . Thanks for visiting.
यह भी पढ़ें……
कक्षा 10 हिन्दी (कृतिका भाग 2)
- माता का आँचल का सारांश
- माता का ऑचल पाठ के प्रश्न व उनके उत्तर
- माता का ऑचल पाठ के MCQ
- जार्ज पंचम की नाक का सारांश
- जार्ज पंचम की नाक के प्रश्न उत्तर
- जार्ज पंचम की नाक के MCQ
- साना साना हाथ जोड़ि का सारांश
- साना साना हाथ जोड़ि के प्रश्न उत्तर
- साना साना हाथ जोड़ि के MCQS
कक्षा 10 हिन्दी क्षितिज भाग 2(पद्य खंड)
- सूरदास के पद का भावार्थ
- सूरदास के पद के प्रश्न उत्तर
- सूरदास के पद के MCQ
- सवैया व कवित्त कक्षा 10 का भावार्थ
- सवैया व कवित्त कक्षा 10 के प्रश्न उत्तर
- सवैया व कवित्त कक्षा 10 के MCQ
- आत्मकथ्य कविता का भावार्थ कक्षा 10
- आत्मकथ्य कविता के प्रश्न उत्तर
- उत्साह कविता का भावार्थ व प्रश्न उत्तर
- अट नही रही हैं कविता का भावार्थ व प्रश्न उत्तर
- उत्साह व अट नही रही हैं के MCQS
- कन्यादान कक्षा 10 का भावार्थ
- कन्यादान कक्षा 10 के प्रश्न उत्तर
- कन्यादान कक्षा 10 के MCQ
- राम लक्ष्मण परशुराम संवाद पाठ का भावार्थ
- राम लक्ष्मण परशुराम संबाद के प्रश्न उत्तर
- राम लक्ष्मण परशुराम संबाद के MCQ
- छाया मत छूना कविता का भावार्थ
- छाया मत छूना के प्रश्न उत्तर
- छाया मत छूना के MCQ
- संगतकार का भावार्थ
- संगतकार के प्रश्न उत्तर
- संगतकार के MCQ
- फसल का भावार्थ व प्रश्न उत्तर
- फसल के MCQS
- यह दंतुरित मुस्कान का भावार्थ
- यह दंतुरित मुस्कान के प्रश्न उत्तर
- यह दंतुरित मुस्कान के MCQ
कक्षा 10 हिन्दी क्षितिज भाग 2 (गद्द्य खंड)
- लखनवी अंदाज पाठ सार कक्षा 10 हिन्दी क्षितिज
- लखनवी अंदाज पाठ के प्रश्न व उनके उत्तर
- लखनवी अंदाज पाठ के प्रश्न MCQ
- बालगोबिन भगत पाठ का सार
- बालगोबिन भगत पाठ के प्रश्न उत्तर
- बालगोबिन भगत पाठ के MCQ
- नेताजी का चश्मा” पाठ का सारांश
- नेताजी का चश्मा” पाठ के प्रश्न व उनके उत्तर
- नेताजी का चश्मा” पाठ के MCQ
- मानवीय करुणा की दिव्य चमक का सारांश
- मानवीय करुणा की दिव्य चमक के प्रश्न उत्तर
- मानवीय करुणा की दिव्य चमक के MCQ
- एक कहानी यह भी का सारांश
- एक कहानी यह भी के प्रश्न उत्तर