Aatmkathya Class 10 Question Answer:प्रश्नोत्तर

Aatmkathya Class 10 Question Answer ,

Question Answer Of Aatmkathya Class 10 Hindi Kshitij Bhag 2 Chapter 4 , आत्मकथ्य कक्षा 10 के प्रश्न उत्तर हिन्दी क्षितिज 2 पाठ 4 , 

Aatmkathya Class 10 Question Answer

आत्मकथ्य कक्षा 10 के प्रश्न उत्तर

Note –

  1. आत्मकथ्य” कविता का भावार्थ पढ़ने के लिए Link में Click करें – Next Page
  2. आत्मकथ्य” कविता का भावार्थ पढ़ने के लिए Link में Click करें – Next Page
  3. “आत्मकथ्य” कविता के भावार्थ को हमारे YouTube channel  में देखने के लिए इस Link में Click करें। YouTube channel link – ( Padhai Ki Batein / पढाई की बातें)

प्रश्न 1.
कवि आत्मकथा लिखने से क्यों बचना चाहता है ?
उत्तर-

कवि अपनी आत्मकथा लिखने से इसलिए बचना चाहते थे क्योंकि कवि को लगता था कि उनके जीवन में सुख और आनंद खत्म हो चुका है और अब उनका जीवन सिर्फ निराशा और दुखों से भरा है।

कवि को यह भी लगता था कि आत्मकथा में उनकी दुर्बलताओं व कमजोरियों के बारे में पढ़कर लोग उनका मजाक उड़ाएंगे। जीवन में अपने सरल स्वभाव के कारण उन्होंने अनेक बार धोखे भी खाए थे जिनके बारे में जिक्र कर वो अपने दोस्तों को शर्मिंदा नहीं करना चाहते है।

और कवि यह भी सोचते थे कि उन्होंने अभी तक ऐसी कोई विशेष उपलब्धि भी हासिल नहीं की है जिसके बारे में पढ़कर लोग प्रेरित हो सकें।

प्रश्न 2.
आत्मकथा सुनाने के संदर्भ में “अभी समय भी नहीं” कवि ऐसा क्यों कहता है ?
उत्तर-

कवि अपने जीवन में आए दुखद क्षणों को याद नहीं करना चाहते हैं। कवि के वो सभी दुख अभी उनके अंतर्मन में कहीं शांत भाव से सोये हैं। वो आत्मकथा लिख कर उन्हें फिर से कुरेद कर अपने जख्मों को हरा कर दुखी नहीं होना चाहते हैं। वो अपने दुखों को सिर्फ अपने तक ही सीमित रखना चाहते हैं।

साथ में उन्हें यह भी लगता है कि उन्होंने अपने जीवन में ऐसी कोई बड़ी उपलब्धि भी हासिल नहीं की है जिसके बारे में लिखा जा सके।

प्रश्न 3.
स्मृति को “पाथेय”बनाने से कवि का क्या आशय है ?
उत्तर-

स्मृति को “पाथेय” बनाने से कवि का आशय यह है कि कवि अपने आप को जीवन पथ पर एक पाथिक (यात्री) मानते हैं। और अपनी पत्नी के साथ बिताए मधुर पलों को अपने जीवन जीने का सहारा , जीवन में निरंतर आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा व मार्गदर्शक के रूप में देखते हैं। इसीलिए कवि उन मधुर स्मृतियों को अपना “पाथेय” मानते हैं।

प्रश्न 4.
भाव स्पष्ट कीजिए

(क)

मिला कहाँ वह सुख जिसका मैं स्वप्न देखकर जाग गया।
आलिंगन में आते-आते मुसक्या कर जो भाग गया।

भावार्थ –

कवि कहते हैं कि वह सुख जिसका मैं स्वप्न देख रहा था। उस स्वप्न को देखते – देखते अचानक मेरी आंख खुल गई। तब मुझे पता चला कि वास्तव में , मैं जिस सुख की कल्पना कर रहा था। वह सुख मेरी बाहों में आते-आते , अचानक मुझे धोखा देकर भाग गया।

अर्थात कवि ने अपनी पत्नी के साथ जो सुखपूर्वक जीवन जीने की कल्पना की थी। वह सुख उनकी मृत्यु से उन्हें मिलते-मिलते रह गया और उनका सारा जीवन उस सुख से वंचित हो गया।

(ख)

जिसके अरुण कपोलों की मतवाली सुंदर छाया में।
अनुरागिनी उषा लेती थी निज सुहाग मधुमाया में।

भावार्थ –

उपरोक्त पंक्तियों में कवि अपनी पत्नी की सुंदरता का बखान कर रहे हैं। कवि कहते हैं कि भोर के समय उनकी प्रियसी के लाल गाल ऐसे प्रतीत होते थे मानो उसके लाल गालों की मतवाली सुंदर छाया में , प्रेम भरी भोर (सूर्योदय का समय) भी अपने सुहाग की मधुरिमा प्राप्त करती थी। कवि अपनी पत्नी के साथ बिताये मधुर पलों को सिर्फ अपने दिल में संजो कर रखना चाहते है।

प्रश्न 5.
“उज्ज्वल गाथा कैसे गाऊँ ,

मधुर चाँदनी रातों की”

कथन के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता है ?
उत्तर-

उपरोक्त पंक्तियों में कवि अपनी पत्नी के साथ बिताये गये मधुर पलों का जिक्र कर रहे हैं।दरअसल कवि की पत्नी की मृत्यु युवावस्था में ही हो गई थी। कवि ने चांदनी रातों में अपनी प्रेयसी (पत्नी) के साथ एकांत में खिलखिला कर हंसते हुए , उससे प्यार भरी मीठी बातें करते हुए , जो समय बिताया था।

अब उन मधुर पलों की स्मृतियों ही कवि के जीवन जीने का एकमात्र सहारा व मार्गदर्शक हैं। इसीलिए वो अपनी पत्नी के साथ बिताए हुए उन मधुर पलों को “उज्ज्वल गाथा” का नाम देते हुए उन्हें किसी के साथ बांटना नहीं चाहते हैं।

प्रश्न 6.

आत्मकथ्य कविता की काव्य भाषा की विशेषताएं उदाहरण सहित लिखिए ?

उत्तर –

  1. कवि ने कविता में खड़ी बोली का प्रयोग किया है। जैसे “जिसके अरुण – कपोलों की मतवाली सुंदर छाया में”।
  2. तत्सम शब्दों का प्रयोग बहुत शानदार तरीके से किया गया है। जैसे “इस गंभीर अनंत – नीलिमा में असंख्य जीवन – इतिहास”।
  3. कविता में मानवीकरण अलंकार का भी प्रयोग किया गया है। जैसे “अरी सरलते तेरी हँसी उड़ाऊँ मैं” और “थकी सोई है मेरी मौन व्यथा” आदि ।यह छायावादी शैली के कवियों की एक प्रमुख विशेषता भी मानी जाती है।
  4. यह एक सुन्दर छंद बद्ध कविता है। जैसे “उसकी स्मृति पाथेय बनी है थके पथिक की पंथा की” ।

प्रश्न 7 .
कवि ने जो सुख का स्वप्न देखा था उसे कविता में किस रूप में अभिव्यक्त किया है ?
उत्तर-

कवि ने अपनी पत्नी के साथ जीवन भर साथ रहकर अपने जीवन को सुखद तरीके से जीने का जो स्वप्न देखा था। वह उनकी मृत्यु के साथ ही खत्म हो गया था। क्योंकि कवि की पत्नी की मृत्यु युवावस्था में ही हो गई थी। इसीलिए कवि को अपनी पत्नी के साथ समय बिताने का बहुत कम समय मिला।जिससे कवि काफी दुखी थे।

रचना और अभिव्यक्ति

प्रश्न 7.
इस कविता के माध्यम से प्रसाद जी के व्यक्तित्व की जो झलक मिलती है, उसे अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर-

जयशंकर प्रसाद जी छायावादी काव्य शैली के प्रमुख कवि माने जाते हैं। उनका जीवन बहुत सरल व सादगी भरा रहा।वो बहुत ही विनम्र व सहृदय व्यक्ति थे लेकिन उनका जीवन सदा ही दुखों और निराशाओं से भरा रहा।

उन्होंने अपने सरल स्वभाव के कारण जीवन में अनेक धोखे भी खाये । लोगों ने उनके साथ छल-प्रपंच भी किया लेकिन फिर भी उन्होंने अपना स्वभाव नहीं बदला।

वो अपनी आत्मकथा लिखने से बचना चाहते थे क्योंकि वो जानते थे कि आत्मकथा में उन्हें अपनी खूबियों के साथ-साथ अपनी कमजोरियों व दुर्बलताओं के बारे में भी लिखना पड़ेगा जिसे पढ़कर लोग उनका मजाक उड़ाएंगे। और वो अपना मजाक नहीं बनाना चाहते थे। वो अपने दुःख व मधुर स्मृतियों को सिर्फ अपने अंतर्मन में ही समेटे रखना चाहते थे।

Aatmkathya Class 10 Question Answer

“आत्मकथ्य” कविता के भावार्थ को हमारे YouTube channel  में देखने के लिए इस Link में Click करें। YouTube channel link – (Padhai Ki Batein / पढाई की बातें)

Note – Class 8th , 9th , 10th , 11th , 12th के हिन्दी विषय के सभी Chapters से संबंधित videos हमारे YouTube channel  (Padhai Ki Batein / पढाई की बातें) पर भी उपलब्ध हैं। कृपया एक बार अवश्य हमारे YouTube channel पर visit करें । सहयोग के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यबाद।

You are most welcome to share your comments . If you like this post . Then please share it . Thanks for visiting.

यह भी पढ़ें……

कक्षा 10 हिन्दी

कृतिका भाग 2 

माता का आँचल का सारांश

 माता का ऑचल पाठ के प्रश्न व उनके उत्तर

माता का ऑचल पाठ के MCQ

जार्ज पंचम की नाक का सारांश

जार्ज पंचम की नाक के प्रश्न उत्तर

जार्ज पंचम की नाक के MCQ

साना साना हाथ जोड़ि का सारांश 

साना साना हाथ जोड़ि के प्रश्न उत्तर

साना साना हाथ जोड़ि के MCQS

कक्षा 10 हिन्दी क्षितिज भाग 2 

पद्य खंड 

सूरदास के पद का भावार्थ 

सूरदास के पद के प्रश्न उत्तर

सूरदास के पद के MCQ

सवैया व कवित्त कक्षा 10 का भावार्थ

सवैया व कवित्त कक्षा 10 के प्रश्न उत्तर

सवैया व कवित्त कक्षा 10 के MCQ

आत्मकथ्य कविता का भावार्थ कक्षा 10

आत्मकथ्य कविता के प्रश्न उत्तर

उत्साह कविता का भावार्थ व प्रश्न उत्तर

अट नही रही हैं कविता का भावार्थ व प्रश्न उत्तर

उत्साह व अट नही रही हैं के MCQS

कन्यादान कक्षा 10 का भावार्थ

कन्यादान कक्षा 10 के प्रश्न उत्तर

कन्यादान कक्षा 10 के MCQ

राम लक्ष्मण परशुराम संवाद पाठ का भावार्थ

राम लक्ष्मण परशुराम संबाद के प्रश्न उत्तर

राम लक्ष्मण परशुराम संबाद के MCQ

छाया मत छूना कविता का भावार्थ

छाया मत छूना के प्रश्न उत्तर

छाया मत छूना के MCQ 

संगतकार का भावार्थ

संगतकार के प्रश्न उत्तर

संगतकार के MCQ

फसल का भावार्थ व प्रश्न उत्तर

फसल के MCQS 

यह दंतुरित मुस्कान का भावार्थ

यह दंतुरित मुस्कान के प्रश्न उत्तर

यह दंतुरित मुस्कान के MCQ 

कक्षा 10 हिन्दी क्षितिज भाग 2 

गद्द्य खंड 

लखनवी अंदाज पाठ सार कक्षा 10  हिन्दी क्षितिज

लखनवी अंदाज पाठ के प्रश्न व उनके उत्तर

लखनवी अंदाज पाठ के प्रश्न MCQ

बालगोबिन भगत पाठ का सार

बालगोबिन भगत पाठ के प्रश्न उत्तर

बालगोबिन भगत पाठ के MCQ 

नेताजी का चश्मा” पाठ का सारांश

नेताजी का चश्मा” पाठ के प्रश्न व उनके उत्तर

नेताजी का चश्मा” पाठ के MCQ

मानवीय करुणा की दिव्य चमक का सारांश 

मानवीय करुणा की दिव्य चमक के प्रश्न उत्तर

मानवीय करुणा की दिव्य चमक के MCQ

एक कहानी यह भी का सारांश

एक कहानी यह भी  के प्रश्न उत्तर