Fasal Class 10 Explanation : फसल का भावार्थ कक्षा 10

Fasal Class 10 Explanation

फसल का भावार्थ

Fasal Class 10 Explanation

Note –

  1. “फसल” कविता के MCQS पढ़ने के लिए Link में Click करें – Next Page
  2. “फसल” कविता के भावार्थ को हमारे YouTube channel  में देखने के लिए इस Link में Click करें। YouTube channel link – ( Padhai Ki Batein / पढाई की बातें)

Fasal Class 10 Explanation 

यह कविता हमें किसान और कृषि संस्कृति के करीब ले जाती हैं। हमें कृषि व प्रकृति का महत्व समझती है। इस कविता के माध्यम से कवि यह बताना चाहते हैं कि इंसान की मेहनत और प्रकृति में मिलने तत्व , दोनों के सहयोग से ही खेतों में फसल लहलहा उठती हैं। यानि इंसान और प्रकृति एक दूसरे के पूरक है। इंसान जो भी चाहे , जब भी चाहे प्रकृति से बेझिझक ले सकता है। 

फसल कविता 

काव्यांश 1.

एक के नहीं ,

दो के नहीं ,

ढ़ेर सारी नदियों के पानी का जादू ;

एक के नहीं ,

दो के नहीं ,

लाख-लाख कोटि-कोटि हाथों के स्पर्श की गरिमा ;

एक की नहीं ,

दो की नहीं ,

हजार-हजार खेतों की मिट्टी का गुण धर्म ;

भावार्थ –

अलग-अलग नदियों का पानी जब भाप बनकर उड़ता है तो वो आकाश में बादल के रूप में परिवर्तित हो जाता है। और फिर वही बादल बरस कर धरती पर पानी के रूप में वापस आ जाते हैं। जिससे फसलों को भरपूर पनपने का मौका मिलता हैं। इसीलिए उपरोक्त पंक्तियों में कवि कहते हैं कि एक या दो नहीं बल्कि अनेक नदियों का पानी अपना जादुई असर दिखाता है तब जाकर फसल पैदा होती हैं।

हजारों खेतों पर दुनिया भर के हजारों किसान दिन रात मेहनत करते हैं। अपनी फसल की देखभाल करते हैं। उसको समय समय पर खाद , पानी और जरूरी पोषक तत्व देते हैं। तब जाकर कहीं फसल खेतों पर लहलहा उठती है। इसीलिए इन पंक्तियों में कवि कहते है कि एक नहीं दो नहीं बल्कि लाखों-करोड़ों हाथों के अथक परिश्रम का परिणाम होती है फसल। अर्थात करोड़ों किसानों की रात-दिन की मेहनत से फसल उगती हैं।

अच्छी फसल उगाने के लिए खेतों की मिट्टी अच्छी होनी चाहिए।क्योंकि मिट्टी की विशेषताएं भी फसलों की गुणवत्ता को प्रभावित करती है। यानी मिट्टी से मिलने वाले जरूरी पोषक तत्व फसलों के लिए जरूरी होते हैं और अलग-अलग तरह की फसलों को उगाने के लिए अलग-अलग तरह की  मिट्टी व उसके गुण आवश्यक होते हैं।  इसीलिए कवि कहते हैं कि एक या दो नहीं बल्कि हजारों खेतों की उपजाऊ मिट्टी के पोषक तत्व भी इन फसलों के अंदर छुपे हुए हैं। 

काव्यांश 2 .

फसल क्या है ?

और तो कुछ नहीं है वह

नदियों के पानी का जादू है वह

हाथों के स्पर्श की महिमा है

भूरी-काली-संदली मिट्टी का गुण धर्म है

रूपांतर है सूरज की किरणों का

सिमटा हुआ संकोच है हवा की थिरकन का !

भावार्थ –

फसलों को अच्छी तरह से फलने फूलने के लिए किसान की मेहनत के साथ-साथ पानी भी आवश्यक है। साथ में मिट्टी का गुणवत्तापूरक भी जरूरी है। क्योंकि मिट्टी की विशेषताओं के अनुसार ही फसल पैदा होती है। अलग-अलग तरह की मिट्टी में अलग-अलग तरह के पोषक तत्व व गुण पाए जाते हैं जिससे अनुसार अलग-अलग तरह की फसलों को पैदा किया जा सकता है। 

पौधों को बढ़ने के लिए सूरज की किरणें व कार्बन डाइऑक्साइड गैस भी आवश्यक है क्योंकि सूरज की रोशनी में ही ये पौधे मिट्टी से जरूरी पोषक तत्व , पानी व हवा से कार्बन डाइऑक्साइड गैस लेकर अपना भोजन बनाते हैं। जिसे प्रकाश संश्लेषण ( Photosynthesis) कहा जाता हैं। 

इसीलिए उपरोक्त पंक्तियों में कवि पहले तो प्रश्न पूछते हैं कि फसल क्या हैं ? फिर खुद ही अपने प्रश्न का जबाब देते हुए कहते हैं कि करोड़ों किसानों की दिन-रात की मेहनत का नतीजा फसल के रूप में मिलता हैं। नदियों के पानी का जादू फसल के रूप दिखाई देता है क्योंकि बिना पानी के फसल का उगना नामुकिन हैं।  

भूरी , काली व खुशबूदार मिट्टी यानि अलग-अलग प्रकार की मिट्टी के पोषक तत्व और सूरज की किरणें भी अपना रूप बदल कर इन फसलों के अंदर समाहित रहती हैं। क्योंकि सूरज की रोशनी और हवा में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड गैस को अवशोषित कर ही पौधे अपनी पत्तियां के दवारा भोजन बनाते हैं। जिसे कविता में कवि ने सूरज की किरणों का रूपांतर और हवा की थिरकन का नाम दिया है। 

Question Answer Of Fasal Class 10 Hindi Kshitij 2 Chapter 6

प्रश्न 1.

कवि के अनुसार फसल क्या है ?

उत्तर-

कवि के अनुसार फसल करोड़ों किसानों की लगन व मेहनत का नतीजा , नदियों के पानी का जादू  , मिट्टी में पाए जाने वाले जरूरी अवयव , सूर्य की किरणें व हवा में पायी जाने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस के मिलन का नतीजा है।

प्रश्न 2.

कविता में फसल उपजाने के लिए आवश्यक तत्वों की बात कही गई है। वे आवश्यक तत्व कौन-कौन से हैं ?

उत्तर-

हवा , पानी , मिट्टी में उपस्थित पोषक तत्व व सूर्य की किरणें। ये सभी फसल उगाने के लिए बहुत आवश्यक हैं।

प्रश्न 3.

फसल को “हाथों के स्पर्श की गरिमा” और “महिमा” कहकर कवि क्या व्यक्त करना चाहता है ?

उत्तर- 

“हाथों के स्पर्श की गरिमा” और “महिमा” कहकर कवि किसान की अथक मेहनत को सम्मानित करते हैं। क्योंकि किसान की लगन व कठिन परिश्रम के बिना खेतों में फसल नहीं उग सकती हैं।

फसल के फलने-फूलने में एक या दो नहीं बल्कि लाखों-करोड़ों किसानों के हाथों के स्पर्श की गरिमा विद्यमान होती है। कवि कहते हैं कि मिट्टी और पानी के पोषक तत्व तथा सूरज की उर्जा भी तभी सार्थक होती है जब किसानों के हाथों का स्पर्श इसे गरिमा प्रदान करता हैं। 

प्रश्न 4.

भाव स्पष्ट कीजिए ?

“रूपांतर है सूरज की किरणों का
सिमटा हुआ संकोच है हवा की थिरकन का !”

उत्तर-

भोजन बनाने के लिए पौधों को सूरज की रोशनी व हवा की आवश्यकता होती है। इसीलिए कवि कहते हैं कि एक ओर जहाँ सूरज की किरणें अपना रूप बदल कर इन फसलों के अंदर समाहित है वही दूसरी ओर हवा की थिरकन भी इन पौधों को फलन फूलने में मदद करती हैं।

Note – “फसल” कविता के भावार्थ को हमारे YouTube channel  में देखने के लिए इस Link में Click करें। YouTube channel link – (Padhai Ki Batein / पढाई की बातें)

Note – Class 8th , 9th , 10th , 11th , 12th के हिन्दी विषय के सभी Chapters से संबंधित videos हमारे YouTube channel   (Padhai Ki Batein / पढाई की बातें) पर भी उपलब्ध हैं। कृपया एक बार अवश्य हमारे YouTube channel पर visit करें । सहयोग के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यबाद।

You are most welcome to share your comments . If you like this post . Then please share it . Thanks for visiting.

यह भी पढ़ें……

कक्षा 10 हिन्दी (कृतिका भाग 2) 

  1. माता का आँचल का सारांश
  2.  माता का ऑचल पाठ के प्रश्न व उनके उत्तर
  3. माता का ऑचल पाठ के MCQ
  4. जार्ज पंचम की नाक का सारांश
  5. जार्ज पंचम की नाक के प्रश्न उत्तर
  6. जार्ज पंचम की नाक के MCQ
  7. साना साना हाथ जोड़ि का सारांश 
  8. साना साना हाथ जोड़ि के प्रश्न उत्तर
  9. साना साना हाथ जोड़ि के MCQS

कक्षा 10 हिन्दी क्षितिज भाग 2(पद्य खंड)

  1. सूरदास के पद का भावार्थ 
  2. सूरदास के पद के प्रश्न उत्तर
  3. सूरदास के पद के MCQ
  4. सवैया व कवित्त का भावार्थ
  5. सवैया व कवित्त के प्रश्न उत्तर
  6. सवैया व कवित्त के MCQ
  7. आत्मकथ्य कविता का भावार्थ कक्षा 10
  8. आत्मकथ्य कविता के प्रश्न उत्तर
  9. आत्मकथ्य कविता के MCQS
  10. उत्साह कविता का भावार्थ व प्रश्न उत्तर
  11. अट नही रही हैं कविता का भावार्थ व प्रश्न उत्तर
  12. उत्साह व अट नही रही हैं के MCQS
  13. कन्यादान का भावार्थ
  14. कन्यादान के प्रश्न उत्तर
  15. कन्यादान के MCQ
  16. राम लक्ष्मण परशुराम संवाद पाठ का भावार्थ
  17. राम लक्ष्मण परशुराम संबाद के प्रश्न उत्तर
  18. राम लक्ष्मण परशुराम संबाद के MCQ
  19. छाया मत छूना कविता का भावार्थ
  20. छाया मत छूना के प्रश्न उत्तर
  21. छाया मत छूना के MCQ 
  22. संगतकार का भावार्थ
  23. संगतकार के प्रश्न उत्तर
  24. संगतकार के MCQ
  25. फसल का भावार्थ व प्रश्न उत्तर
  26. फसल के MCQS 
  27. यह दंतुरित मुस्कान का भावार्थ
  28. यह दंतुरित मुस्कान के प्रश्न उत्तर
  29. यह दंतुरित मुस्कान के MCQ 

कक्षा 10 हिन्दी क्षितिज भाग 2 (गद्द्य खंड)

  1. लखनवी अंदाज पाठ सार हिन्दी क्षितिज
  2. लखनवी अंदाज पाठ के प्रश्न व उनके उत्तर
  3. लखनवी अंदाज पाठ के प्रश्न MCQ
  4. बालगोबिन भगत पाठ का सार
  5. बालगोबिन भगत पाठ के प्रश्न उत्तर
  6. बालगोबिन भगत पाठ के MCQ 
  7. नेताजी का चश्मा पाठ का सारांश
  8. नेताजी का चश्मा पाठ के प्रश्न व उनके उत्तर
  9. नेताजी का चश्मा पाठ के MCQ
  10. मानवीय करुणा की दिव्य चमक का सारांश 
  11. मानवीय करुणा की दिव्य चमक के प्रश्न उत्तर
  12. मानवीय करुणा की दिव्य चमक के MCQ
  13. एक कहानी यह भी का सारांश
  14. एक कहानी यह भी  के प्रश्न उत्तर