Kanyadan Class 10 MCQ
कन्यादान कक्षा 10 MCQ
Note –
- कन्यादान कविता का सार (Summary ) व भावार्थ ( Explanation ) पढ़ने के लिए Click करें – Next Page
- कन्यादान कविता के प्रश्नों के उत्तर पढ़ने के लिए Click करें – Next Page
- कन्यादान कविता के भावार्थ को हमारे YouTube channel में देखने के लिए इस Link में Click करें । YouTube channel link – (Padhai Ki Batein / पढाई की बातें)
Kanyadan Class 10 MCQ Solutions
- कन्यादान कविता के कवि कौन है – ऋतुराज जी
- कविता में कवि ने किस चीज का वर्णन बड़े ही सुंदर तरीके से किया हैं – कन्यादान करते वक्त एक माता के दुःख का
- “कन्यादान” का क्या अर्थ है – लड़की का विवाह करना
- कन्यादान कविता में , कवि ने अपने कथन को किस शब्द शक्ति (शैली) के प्रयोग से गहन – गंभीरता प्रदान की है – लाक्षणिकता
- कन्यादान कविता में कौन सा रस देखने को मिलता है – शांत रस
- कन्यादान कविता को कौन सी विधा में लिखा गया है – कविता या काव्य
- कविता में कौन सा गुण विद्यमान है – प्रसादगुण
- कन्यादान कविता में कौन सा छंद है – अतुकांत छंद
- कवि ऋतुराज ने कन्यादान कविता के माध्यम से शादी के बाद किसके जीवन में आने वाली विकट परिस्थितियों के बारे में एक संदेश देने की कोशिश की हैं – स्त्री के जीवन में
- कन्यादान कविता की माँ , किन माओं से भिन्न हैं – परंपरागत भारतीय माओं से
- कविता में एक माँ अपनी बेटी को कब सीख देती हैं – विवाह के पश्चात बेटी की विदाई के वक्त
- माँ की सीख कैसी हैं – उसके जीवन के सभी अच्छे – बुरे अनुभवों को निचोड़ कर बनी एक सही , प्रमाणिक व तर्कसंगत सीख
- मां बेटी को किस तरह रहने को कहती है – सचेत और सजग होकर
- कन्यादान कविता के अनुसार , मां की विशेषतायें बताइये – मां बेहद सजग , जागरूक व अनुभवी है।
- मां , अपनी बेटी से क्या उम्मीद रखती हैं – शोषण का शिकार हुए बिना , अपनी स्वतंत्रता बनाए रखते हुए अपनी घर गृहस्थी को अच्छे से संभाले ।
- कवि ने किसके दुख को प्रमाणिक कहा है – एक मां के
- विदाई के वक्त, माँ अपनी बेटी को सीख क्यों दे रही हैं – ताकि उसकी बेटी ससुराल में सुख व सम्मान पूर्वक जी सके और हिंसा , अत्याचार व शोषण के खिलाफ आवाज उठा सके।
- मां , अपनी बेटी को कौन सा पाठ पढ़ाना चाहती थी – जीवन के यथार्थ का
- मां की “अंतिम पूंजी” किसे कहा गया है – उसकी बेटी को
- “जैसे वही उसकी अंतिम पूंजी हो” , में कौन सा अलंकार है – उत्प्रेक्षा
- कविता में बेटी को माँ की “आखिरी पूजी” क्यों कहा गया हैं – क्योंकि बेटी ही माँ के सबसे निकट व उसके जीवन के सुख-दुःख में उसकी सच्ची सहेली होती हैं।
- कविता में , बेटी स्वभाव से कैसी हैं – सरल , भोली – भाली व नादान
- कविता में , बेटी के “सयानी न होने” का क्या आशय है – दुनियादारी को अच्छी तरह से न समझ पाना।
- बेटी किसकी ऊंच-नीच को नहीं समझ पाती है – दुनियादारी की
- कवि ने बेटी को किन सुखों में जीता हुआ दर्शाया है – काल्पनिक
- हर लड़की विवाह के पूर्व वैवाहिक जीवन के बारे में कैसी कल्पनाएं करती है – रंगीन
- लड़की की मां को लड़की के किन दुखों की चिंता है – ससुराल में आने वाले संभावित दुखों की
- किसे वैवाहिक जीवन के झंझट और दुखों का ज्ञान नहीं है – बेटी को
- “धुंधले प्रकाश” किसका प्रतीक है – अस्पष्ट सुखों का
- कविता में आनंद का संचार कौन करता है – तुक और लय
- बेटी को क्या करना नहीं आता है – अपने -दुखों को बांटना
- माँ के अनुसार बेटी को किस चीज का ज्ञान नहीं है – व्यावहारिकता , ससुराल में आने वाली जिम्मेदारियां , कठिन परिस्थितियों व संघर्षों का
- “दुख बांचना” से क्या अभिप्राय है – दुख का अनुभव करना व उसे दूसरे से बाँटना
- कवि ने किसे “धुंधले प्रकाश की पाठिका” बताया है – बेटी को
- मां ने अपनी बेटी को क्या देखकर न रीझने को कहा – अपने सुंदर चेहरे को
- मां ने बेटी को किसमें अपने चेहरे को देखकर न रीझने को कहा- पानी में
- “चेहरे पर मत रीझना”, पंक्ति कैसी प्रतीत होती हैं – नसीहत भरी
- आग का प्रयोग किस कार्य के लिए बताया गया है – रोटियां सेंकने के लिए
- माँ ने आग का प्रयोग कहाँ न करने की सलाह दी – जलने या जलाने के लिए
- “आग रोटियां सेंकने के लिए होती है “, वाक्य में क्या संकेत छिपा है – आग का सही प्रयोग
- कविता में महिलाओं के लिए , किन वस्तुओं को बंधन की तरह बताया गया है – वस्त्र और आभूषणों को
- “वस्त्र और आभूषण शाब्दिक भ्रमों की तरह , बंधन हैं स्त्री जीवन के” , में कौन सा अलंकार है – उपमा अलंकार
- कवि ने कविता में शब्दों के द्वारा किसी अवास्तविक वस्तु को वास्तविकता दिखाने को क्या कहा है – शाब्दिक भ्रम
- “वस्त्र और आभूषण शाब्दिक भ्रमों की तरह” , पंक्ति का आशय है- ये श्रृंगार के समान न होकर वास्तव में स्त्री जीवन के बंधन है।
- एक स्त्री का जीवन सिर्फ किन चीजों पर सिमटा नही होना चाहिए – वस्त्र और आभूषणों में
- “शाब्दिक भ्रम” किसके लिए कहा गया है – स्त्री जीवन के बंधनों के लिए
- “लड़की होना पर , लड़की जैसी ना दिखाई देना” का क्या तात्पर्य है – अबला व कमजोर नारी की जगह एक सशक्त व मजबूत इंसान बनना।
- महिलाएं थोड़े से गहने और कपड़ों के बदले में क्या खो देती हैं – अपनी स्वतंत्रता
- मां ने बेटी को क्या-क्या सीख दी थी – (1) अपने रूप सौंदर्य पर कभी अभिमान मत करना (2) आग का प्रयोग हमेशा खाना बनाने के लिए करना , जलने या जलाने के लिए नहीं (3) वस्त्र और आभूषणों के प्रति विशेष मोह मत रखना (4) “लड़की होना पर , लड़की जैसे मत दिखाई देना” यानि अन्याय और अत्याचार का हमेशा डटकर सामना करना , उसके खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करना।
- कन्यादान कविता में , किस समस्या को उजागर नहीं किया गया है – स्त्री शिक्षा को
कवि ऋतुराज से संबंधित प्रश्न
- ऋतुराज का जन्म कहां हुआ था – भरतपुर , राजस्थान
- कवि ऋतुराज का जन्म कब हुआ था – सन 1940 में
- ऋतुराज जी के अब तक कितने कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं – आठ (8) कविता संग्रह
- उनकी कौन -कौन सी प्रमुख कविता संग्रह हैं – एक मरणधर्मा और अन्य , पुल पर पानी , सुरता निरत , लीला मुखारविंद
- कवि ऋतुराज को कौन -कौन से पुरस्कार मिले है – मीरा पुरस्कार , बिहारी पुरस्कार।
- कवि ऋतुराज को कौन -कौन से सम्मान मिले है – परिमल सम्मान , पहल सम्मान सोमदत्त सम्मान।
- ऋतुराज ने अपनी कविताओं में किस वर्ग के जीवन का अधिक वर्णन किया है – शोषित वर्ग के
कन्यादान कविता के भावार्थ को हमारे YouTube channel में देखने के लिए इस Link में Click करें । YouTube channel link – (Padhai Ki Batein / पढाई की बातें)
Note – Class 8th , 9th , 10th , 11th , 12th के हिन्दी विषय के सभी Chapters से संबंधित videos हमारे YouTube channel (Padhai Ki Batein / पढाई की बातें) पर भी उपलब्ध हैं। कृपया एक बार अवश्य हमारे YouTube channel पर visit करें । सहयोग के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यबाद।
You are most welcome to share your comments . If you like this post . Then please share it . Thanks for visiting.
यह भी पढ़ें……
कक्षा 10 हिन्दी (कृतिका भाग 2)
- माता का आँचल का सारांश
- माता का ऑचल पाठ के प्रश्न व उनके उत्तर
- माता का ऑचल पाठ के MCQ
- जार्ज पंचम की नाक का सारांश
- जार्ज पंचम की नाक के प्रश्न उत्तर
- जार्ज पंचम की नाक के MCQ
- साना साना हाथ जोड़ि का सारांश
- साना साना हाथ जोड़ि के प्रश्न उत्तर
- साना साना हाथ जोड़ि के MCQS
कक्षा 10 हिन्दी क्षितिज भाग 2(पद्य खंड)
- सूरदास के पद का भावार्थ
- सूरदास के पद के प्रश्न उत्तर
- सूरदास के पद के MCQ
- सवैया व कवित्त कक्षा 10 का भावार्थ
- सवैया व कवित्त कक्षा 10 के प्रश्न उत्तर
- सवैया व कवित्त कक्षा 10 के MCQ
- आत्मकथ्य कविता का भावार्थ कक्षा 10
- आत्मकथ्य कविता के प्रश्न उत्तर
- उत्साह कविता का भावार्थ व प्रश्न उत्तर
- अट नही रही हैं कविता का भावार्थ व प्रश्न उत्तर
- उत्साह व अट नही रही हैं के MCQS
- कन्यादान कक्षा 10 का भावार्थ
- कन्यादान कक्षा 10 के प्रश्न उत्तर
- कन्यादान कक्षा 10 के MCQ
- राम लक्ष्मण परशुराम संवाद पाठ का भावार्थ
- राम लक्ष्मण परशुराम संबाद के प्रश्न उत्तर
- राम लक्ष्मण परशुराम संबाद के MCQ
- छाया मत छूना कविता का भावार्थ
- छाया मत छूना के प्रश्न उत्तर
- छाया मत छूना के MCQ
- संगतकार का भावार्थ
- संगतकार के प्रश्न उत्तर
- संगतकार के MCQ
- फसल का भावार्थ व प्रश्न उत्तर
- फसल के MCQS
- यह दंतुरित मुस्कान का भावार्थ
- यह दंतुरित मुस्कान के प्रश्न उत्तर
- यह दंतुरित मुस्कान के MCQ
कक्षा 10 हिन्दी क्षितिज भाग 2 (गद्द्य खंड)
- लखनवी अंदाज पाठ सार कक्षा 10 हिन्दी क्षितिज
- लखनवी अंदाज पाठ के प्रश्न व उनके उत्तर
- लखनवी अंदाज पाठ के प्रश्न MCQ
- बालगोबिन भगत पाठ का सार
- बालगोबिन भगत पाठ के प्रश्न उत्तर
- बालगोबिन भगत पाठ के MCQ
- नेताजी का चश्मा” पाठ का सारांश
- नेताजी का चश्मा” पाठ के प्रश्न व उनके उत्तर
- नेताजी का चश्मा” पाठ के MCQ
- मानवीय करुणा की दिव्य चमक का सारांश
- मानवीय करुणा की दिव्य चमक के प्रश्न उत्तर
- मानवीय करुणा की दिव्य चमक के MCQ
- एक कहानी यह भी का सारांश
- एक कहानी यह भी के प्रश्न उत्तर