Sana Sana Hath Jodi Class 10 MCQ
साना साना हाथ जोड़ि MCQ
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Sana Sana Hath Jodi Class 10 MCQ
- “साना साना हाथ जोड़ि” की लेखिका कौन हैं – मधु कांकरिया
- “साना साना हाथ जोड़ि” क्या हैं – एक यात्रा वृतांत
- “साना साना हाथ जोड़ि” में लेखिका ने कहाँ की यात्रा का वर्णन किया है – सिक्किम (गैंगटॉक शहर) की यात्रा
- “साना साना हाथ जोड़ि” यात्रा वृतांत की शुरुआत लेखिका के कहाँ पहुंचने के बाद शुरू होती है – गैंगटॉक शहर में
- गैंगटॉक शहर में लेखिका , टिमटिमाते हजारों तारों से भरे आसमान को देखकर क्या महसूस करती हैं – एक अजीब सा सम्मोहन
- लेखिका ने गैंगटॉक शहर को क्या कह कर सम्मानित किया -“मेहनतकश बादशाहों का शहर”
- लेखिका गैंगटॉक शहर को “मेहनतकश बादशाहों का शहर” क्यों कहती हैं – क्योंकि वहां के लोग बहुत अधिक मेहनत कर अपना जीवन यापन करते हैं।
- तारों भरी खूबसूरत रात देखने के बाद , अगली सुबह लेखिका ने कौन सी प्रार्थना की – “साना साना हाथ जोड़ी , गर्दहु प्रार्थना। हाम्रो जीवन तिम्रो कौसेली”
- “साना साना हाथ जोड़ी…..” , यह प्रार्थना लेखिका को किसने सिखाई थी – एक नेपाली युवती ने
- “साना साना हाथ जोड़ी , गर्दहु प्रार्थना। हाम्रो जीवन तिम्रो कौसेली” का क्या अर्थ हैं – “छोटे-छोटे हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रही हूं कि मेरा सारा जीवन अच्छाइयों को समर्पित हो”
- लेखिका यूमथांग की ओर चलने से पहले , हिमालय की कौन सी चोटी देखने के लिए अपनी बालकनी में पहुँचती हैं – हिमालय की तीसरी सबसे बड़ी चोटी कंचनजंघा
- गंतोक में सुबह आंख खुलते ही लेखिका बालकनी की ओर क्यों दौड़ी – कंचनजंगा की चोटी देखने के लिए
- लेखिका को कंचनजंघा की चोटी क्यों नहीं दिखाई दी – बादल होने के कारण
- यूमथांग घाटी की क्या विशेषता हैं – यूमथांग घाटी को “फूलों की घाटी” भी कहा जाता है क्योंकि यहां पर तरह-तरह के रंग – बिरंगे फूल खिले रहते है।
- गैंगटॉक शहर से यूमथांग कितनी दूरी पर था – 149 किलोमीटर
- लेखिका के गाइड व ड्राइवर का क्या नाम था – जितेन नार्गे
- जितेन नार्गे की जीप में किसकी तस्वीर लगी हुई थी – दलाई लामा की
- लेखिका यूमथांग घाटी को देखने किसके साथ गई – अपने गाइड जितेन नार्गे व सहेली मणि के साथ
- यूमथांग जाते वक्त , रास्ते में सफेद पताकाएं किसके द्वारा लगाई गई थी – बौद्ध धर्मावलंबियों के
- सफेद पताकाएं किसका प्रतीक हैं – शांति और अहिंसा का प्रतीक
- मंत्र लिखी सफेद पताकाएं कैसे लहरा रही थी – किसी ध्वज की तरह
- बौद्ध धर्म में किसी बुद्धिस्ट की मृत्यु होने पर उसकी आत्मा की शांति के लिए शहर से दूर किसी पवित्र स्थान पर कितनी सफेद पताकाएं फहराई जाती है – 108 पताकाएं
- बौद्ध धर्म में किसी शुभ अवसर या नए कार्य की शुरुआत करने पर सफेद की जगह कौन सी पताकाएं फहराई जाती हैं – रंगीन पताकाएं
- “गाइड” फिल्म की शूटिंग कहाँ हुई थी – “कवी लोंग स्टॉक ” में
- यूमथांग जाते वक्त , रास्ते में लेखिका ने एक कुटिया के अंदर क्या धूमते हुए देखा -“प्रेयर व्हील यानि धर्म चक्र”
- बौद्ध धर्म में “प्रेयर व्हील” को क्या माना जाता हैं – एक धर्म चक्र
- बौद्ध धर्म के अनुसार , किसको घुमाने से सारे पाप धुल जाते हैं – “प्रेयर व्हील” को
- नार्गे ने धर्मचक्र की क्या विशेषता बताई – इसको घुमाने से सारे पाप धुल जाते हैं।
- “पहाड़ हो या मैदान या कोई भी जगह हो , इस देश की आत्मा एक जैसी ही है” , यह कथन किसका हैं – लेखिका का
- पहाड़ की ऊंचाई की तरफ बढ़ने पर लेखिका को नीचे घाटियों में पेड़ पौधों के बीच बने छोटे-छोटे घर कैसे प्रतीत हो रहे थे – ताश के पत्तों से बने घरों की तरह
- लेखिका ने तीर्थयात्रियों , कवियों , दर्शनार्थियों , साधु संतों के आराध्य किसे कहा हैं – हिमालय को
- लेखिका को हिमालय का रूप कैसा लगा -विराट व वैभवशाली
- लेखिका को क्या पल-पल बदलता हुआ नजर आ रहा था – हिमालय
- लेखिका ने यूमथांग जाते वक्त रास्ते में कौन सी नदी देखी – तीस्ता नदी
- पूरे वेग से बहती हुई तीस्ता नदी लेखिका को कैसी लगा रही थी – चांदी की तरह चमकती हुई
- लेखिका को किस झरने के सामने खड़े होकर ऐसा महसूस हुआ , जैसे कि उनके अंदर की सारी बुराइयां व दुष्ट वासनाएँ उसी झरने की निर्मल धारा में बह गई हों – “सेवेन सिस्टर्स वॉटरफॉल” के झरने में
- प्राकृतिक सौंदर्य के अलौकिक आनंद में डूबी लेखिका को कौन सा दृश्य झकझोर गया – अपनी पीठ पर बच्चों को लादे पत्थर तोड़ती स्थानीय महिलाएँ का दृश्य
- रास्ते में लेखिका ने कुछ पहाड़ी औरतों को कुदाल और हथौड़ी से क्या करते हुए देखा – पत्थर तोड़ कर सड़क चौड़ी करते हुए
- मजदूर महिलाओं की पीठ में बंधी बड़ी सी टोकरियों में क्या रखा था – उनके अपने बच्चे
- लेखिका को क्या देखकर बड़ा आघात लगा – मजदूर महिलाओं का मातृत्व साधना और श्रम साधना वाला रूप
- पहाड़ों में रास्तों को चौड़ा बनाने के लिए किसका प्रयोग किया जाता है – डायनामाइट का
- “कितना कम लेकर ये लोग , समाज को कितना अधिक वापस कर देते हैं” ,यह किसका कथन हैं – लेखिका का
- लेखिका से किसने लिफ्ट माँगी – स्कूल से घर लौटते सात-आठ साल के बच्चों ने
- सिक्क्मी परिधान पहने युवतियां बागानों में क्या कर रही थी – चाय की पत्तियां तोड रही थी।
- यूमथांग पहुंचने से पहले लेखिका ने एक रात कहाँ बिताई – लायुंग या लाचुंग में
- लायुंग कैसी जगह थी – गगनचुंबी पहाड़ों के तले एक छोटी सी शांत बस्ती
- लायुंग में रात होने पर , लेखिका की सहेली मणि , गाइड नार्गे के साथ -साथ अन्य लोगों ने क्या किया – नाचना – गाना
- लायुंग में लोगों की आजीविका का मुख्य साधन क्या था – पहाड़ी आलू , धान की खेती और शराब
- लायुंग की सुबह कैसी थी -बेहद शांत व सुरम्य
- लेखिका लायुंग में क्या देखना चाहती थी – बर्फ
- बर्फ देखने की आशा में लेखिका कहाँ पहुंची थी – लायुंग
- लायुंग में बर्फबारी कम क्यों होने लगी थी – प्रदूषण के कारण
- लेखिका को बर्फ देखने के लिए कहाँ जाना पड़ा – कटाओ
- कटाओ किस नाम से प्रसिद्द हैं – भारत का स्विट्जरलैंड
- कटाओ का पर्यटक स्थल कैसा था – अविकसित
- कटाओ किसलिए प्रसिद्द था – अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए
- लायुंग से कटाओ का सफर कितने घंटे का था – लगभग 2 घंटे
- कटाओ , लायुंग से कितने फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित हैं – 500 फिट
- कटाओ में बर्फ होने का प्रमुख कारण क्या था – प्रदूषण का न होना व पर्यटकों की आवाजाही कम होना
- कटाओ में बर्फ से ढके पहाड़ कैसे चमक रहे थे -चांदी की तरह
- कटाओ को देखकर लेखिका कैसा महसूस कर रही थी – जैसे ऋषि-मुनियों को वेदों की रचना करने की प्रेरणा यही से मिली हो
- लेखिका के अनुसार , किसके असीम सौंदर्य को कोई अपराधी भी देख ले तो , वह भी आध्यात्मिक या ऋषि हो जाए – कटाओ के
- “प्रकृति की जल संचय व्यवस्था कितनी शानदार हैं” , यह कथन किसका हैं – लेखिका की सहेली मणि का
- प्रकृति कैसे जल संचय करती हैं – अनोखे ढंग से
- लेखिका की सहेली मणि ने हिमशिखरों को क्या माना – पूरे एशिया के जल स्तंभ
- जल संचय के लिए प्रकृति जाडों में क्या करती है – पहाड़ों की ऊंची-ऊंची चोटियों में बर्फ जमा कर देती हैं
- लेखिका ने भारत और चीन के बॉर्डर एरिया में क्या देखा – फौजी छावनियों
- “आप इस कड़कड़ाती ठंड में यहां कैसे रहते हैं – लेखिका ने यह बात किससे पूछी – एक फौजी से
- “आप चैन से इसीलिए सोते हैं क्योंकि हम यहां पहरा देते हैं” , यह जबाब किसका था – एक फौजी का
- लेखिका ने फौजी से क्या कह कर विदा ली – “फेरी भेटुला यानि फिर मिलेंगे”
- लेखिका ने चिप्स बेचती एक सिक्क्मी युवती से क्या पूछा – “क्या तुम सिक्किमी हो ”
- “नहीं , मैं इंडियन हूं” , यह किसने , किससे कहा – सिक्क्मी युवती ने लेखिका से
- कौन से राज्य के लोग भारत में मिलकर काफी खुश हैं – सिक्किम के
- कौन सा राज्य पहले भारत का हिस्सा नहीं था -सिक्किम
- भारत में विलय से पहले सिक्किम क्या था – एक स्वतंत्र रजवाड़ा
- मणि ने पहाड़ी कुत्तों की क्या विशेषता बताई – वो सिर्फ चांदनी रात में ही भोंकते हैं
- सिक्किम के अधिकतर लोगों की जीविका का साधन क्या हैं – चाय के बागान में काम करना , सड़क निर्माण के कार्य में मजदूरी करना व आलू व धान की खेती करना।
- नार्गे ने लेखिका को किसके फुटप्रिंट वाला पत्थर दिखाया – गुरु नानक के
- नार्गे के अनुसार चावल की खेती कहाँ -कहाँ होती थी – जहां-जहां गुरु नानकजी की थाली से चावल छिटक कर गिर गए थे
- खेदुम कितने क्षेत्र में फैला हैं – लगभग 1 किलोमीटर
- खेदुम क्या हैं – सिक्किम में एक ऐसी जगह जहाँ , वहां के लोगों की मान्यता के अनुसार देवी-देवता निवास करते हैं।
- नार्गे के अनुसार किस स्थान पर देवी-देवता का निवास था – खेदुम में
- जितेन नार्गे ने खेदुम में किसका निवास बताया – देवी-देवताओं का
- “मैडम गैंगटॉक नहीं गंतोक कहिए” , यह किसने , किससे कहा – नार्गे ने लेखिका से
- “गंतोक” का क्या अर्थ होता है – पहाड़
- सिक्किम के भारत में मिलने के बाद , किसने इसे पर्यटन स्थल ( टूरिस्ट स्पॉट) बनाने का निर्णय लिया – भारतीय आर्मी के एक कप्तान शेखर दत्ता ने
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