Essay On Online Education : ऑनलाइन शिक्षा पर हिंदी निबंध
Essay On Online Education
ऑनलाइन शिक्षा पर हिंदी निबंध
Content / संकेत बिंदु / विषय सूची
- प्रस्तावना
- ऑनलाइन शिक्षा क्या है ?(What is Online Education)
- ऑनलाइन शिक्षा से लाभ (Advantage Of Online Education)
- ऑनलाइन शिक्षा का नकारात्मक पहलू (Disadvantage Of Online Education)
- उपसंहार
Note- ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली : ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली से लाभ और इसको बेहतर बनाने के उपाय पढ़ने के लिए Link पर Click करें। — Next Page
प्रस्तावना
हम आज भी अपने बच्चों को स्कूल की क्लास रूम में बिठाकर ही शिक्षा ग्रहण कराने में ज्यादा विश्वास करते हैं। लेकिन विगत कुछ वर्षों से हमारे देश में ऑनलाइन शिक्षा (Online Education) भी काफी लोकप्रिय हुई है।
कोरोना के बढ़ते खतरे के कारण पूरे देश में हुए लॉकडाउन की वजह से जब सारे शिक्षण संस्थाएं बंद हो गई। तब बच्चों को अपनी शिक्षा जारी रखने के लिए ऑनलाइन शिक्षा का मजबूत सहारा मिला। लगभग सभी स्कूलों के द्वारा इंटरनेट के माध्यम से बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है। ताकि बच्चों की पढ़ाई का नुकसान ना हो। और आज देश के अधिकतर विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षा से जुड़कर काफी खुश भी हैं।
ऑनलाइन शिक्षा क्या है ? (What is Online Education)
ऑनलाइन शिक्षा , शिक्षा का एक ऐसा माध्यम है जिसमें शिक्षक और बच्चे स्कूल की एक क्लास रूम में बैठकर ब्लैक बोर्ड के माध्यम से पढ़ने के बजाय इंटरनेट के माध्यम से जुड़ कर अपने घर बैठे-बैठे पढ़ाई करते हैं।लेकिन ऑनलाइन शिक्षा लेने के लिए बच्चे के पास है एक कंप्यूटर या लैपटॉप या स्मार्टफोन के साथ-साथ एक इंटरनेट कनेक्शन होना आवश्यक है।
इस माध्यम से शिक्षक अपने घर बैठ कर या दुनिया के किसी भी कोने में बैठ कर अपने विद्यार्थियों को बेहतरीन शिक्षा प्रदान कर सकता है। शिक्षक अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में स्काइप , जूम , गूगल क्लासरूम आदि ऐसे अनेक ऐप के जरिए अपने विद्यार्थियों से जुड़ सकते हैं।
इस तरह की शिक्षा देने के लिए शिक्षक को अपने विद्यार्थियों के साथ अपने कंप्यूटर की स्क्रीन शेयर करनी पड़ती है। ऑनलाइन पढ़ाई के माध्यम से बच्चे अपने घर बैठे बैठे अपने टीचर को आराम से देख या सुन सकते हैं। और उनसे हर तरह के सवाल जवाब कर अपनी जिज्ञासाओं को दूर भी कर सकते हैं।
ऑनलाइन शिक्षा से लाभ (Essay On Online Education)
शिक्षा या ज्ञान प्राप्त करना हर व्यक्ति का मूलभूत अधिकार है और अच्छी शिक्षा देश के प्रत्येक नागरिक को मिलना ही चाहिए। शिक्षा ही व्यक्ति का संपूर्ण विकास कर सकती हैं। उसके बौद्धिक , मानसिक व आर्थिक स्तर को ऊंचा कर सकती हैं। उसके सोचने समझने की शक्ति का विकास कर सकती हैं।
अच्छी शिक्षा हासिल करके ही अच्छे एवं सुरक्षित भविष्य की नींव डाली जा सकती है। इसीलिए एक सुरक्षित भविष्य के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अच्छी शिक्षा लेना अनिवार्य है। और ऑनलाइन शिक्षा इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। ऑनलाइन शिक्षा से कई फायदे हैं।
ऑनलाइन शिक्षा घर बैठे-बैठे इंटरनेट के माध्यम से मिलने वाली शिक्षा है।इसलिए यह शिक्षा विद्यार्थी न सिर्फ अपने देश से बल्कि विदेशों की शिक्षण संस्थाओं से भी हासिल कर सकते हैं।
ऑनलाइन शिक्षा व्यक्ति घर बैठे-बैठे हासिल कर सकता है। जिससे विद्यार्थियों के शिक्षण संस्थाओं , कोचिंग संस्थाओं या स्कूलों में जाने वाले समय की बचत होती है। साथ ही साथ यात्रा में लगने वाले पैसे की भी बचत हो जाती हैं।
छात्र अपने समय व सुविधा के हिसाब से ऑनलाइन क्लासेस ले सकते हैं।और शिक्षक द्वारा दी जाने वाली ऑनलाइन क्लास की रिकॉर्डिंग भी की जा सकती हैं। ऐसे में अगर किसी विद्यार्थी को ऑनलाइन क्लास के वक्त किसी विषय से संबंधित कुछ टॉपिक समझ में ना आए। तो वह दुबारा रिकॉर्डिंग सुन कर अपनी शंकाओं को दूर कर सकता है।
यदि किसी विद्यार्थी को किसी विषय से संबंधित कोई कठिनाई हो रही हो या कोई प्रश्न समझ में नहीं आ रहा हो। ऐसे में बच्चे अपने शिक्षकों से अपने घर बैठे बैठे ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से दोबारा प्रश्न पूछ सकता है।
न सिर्फ स्कूल , कॉलेज जाने वाले बच्चे बल्कि ऐसे विद्यार्थी जो प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारियां कर रहे हैं। उनको भी ऑनलाइन कोचिंग की सुविधा प्राप्त हो रही है। अब वो भी घर बैठे बैठे अपनी आने वाले प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी आराम से कर सकते हैं।
ऑनलाइन शिक्षा से घर बैठे बैठे पढ़ने की सुविधा तो मिलती ही है। साथ में समय पैसे दोनों की बचत होती है।
ऑनलाइन पढ़ाई में अनेक ऐसे ऐप हैं जैसे गूगल अर्थ , वीडियो , चित्र , एनिमेटेड चित्र , गूगल मैप्स। जिनका प्रयोग कर पढ़ाई को और भी दिलचस्प बनाया जा सकता है। इसमें शिक्षक व विद्यार्थी एक दूसरे को पीडीएफ फाइल , वेब लिंग , वीडियो बनाकर भी भेज सकते हैं।
कई कंपनीयों द्वारा लर्निंग एप्स (Learning Apps ) भी बनाए गए हैं। जैसे मेरीटनेशन , बाईजू टॉपर्स आदि। ये लगभग कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 तक के सीबीएसई के पाठ्यक्रम को ऑनलाइन प्रदान करते हैं। और इनके द्वारा बनाए गए एप्स में शिक्षकों का पढ़ाने का तरीका इतना बेहतरीन है कि बच्चे आराम से उस विषय को समझ जाते हैं।
इनकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये अपने ऐप से जुड़ने वाले बच्चों से पर्सनली सम्पर्क में रहते हैं। और कोई समस्या होने पर इनके टीचर बच्चों की समस्याओं का समाधान तुरंत करते हैं। यहां तक कि कुकिंग , सिलाई , कढ़ाई , क्राफ्ट , ड्राइंग , पेंटिंग आदि से संबंधित क्लासेज भी अब ऑनलाइन दी जा रही है।
ऑनलाइन शिक्षा से हानि
कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा के महत्व को काफी बढ़ा दिया है। और काफी बड़ी संख्या में लोग ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से शिक्षा ग्रहण भी कर रहे हैं। लेकिन ऑनलाइन शिक्षा के लिए विद्यार्थियों के पास एक कंप्यूटर या स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन होना आवश्यक है।
देश में कई बच्चे ऐसे भी हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से ताल्लुक रखते हैं और उनके पास दो वक्त की रोटी खाने के लिए पैसे नहीं होते। ऐसे में वह कंप्यूटर या लैपटॉप या स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन कहां से लाएंगे। उन बच्चों के लिए ऑनलाइन शिक्षा काफी मुश्किल हो जाती है। ऐसी अवस्था में वो बच्चे पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं और ऑनलाइन पढ़ने वाले बच्चों की बराबरी नहीं कर पाते हैं।
कई बार लैपटॉप या कंप्यूटर और इंटरनेट कनेक्शन होने के बावजूद भी इंटरनेट नेटवर्क में प्रॉब्लम हो जाती है जिससे बच्चे टीचर से ऑनलाइन जुड़ नहीं पाते हैं। जिसकी वजह से उनकी पढ़ाई में रुकावट आ जाती है।
भारत के कई शहरों या गांवों में अभी इंटरनेट सुविधा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में बच्चे चाह कर भी ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण नहीं कर सकते हैं।
स्कूल की क्लास में बच्चे बड़े अनुशासित होकर पढ़ाई करते हैं और अपना होमवर्क और क्लास वर्क दोनों को समय पर पूरा करने का पूरा पूरा प्रयास करते हैं। लेकिन ऑनलाइन शिक्षा में कई बार बच्चे अनुशासित नहीं रह पाते हैं। स्कूल जाने से बच्चे एक अनुशाशित जीवन जीते हैं। समय पर उठना , सोना , खेलन कूदना , होमवर्क आदि। पर घर में कभी कभी लापरवाह हो जाते हैं।
स्कूल में शिक्षक की पैनी नज़र हर वक्त बच्चों पर रहती है।लेकिन ऑनलाइन क्लासेस में टीचर बच्चों के क्रियाकलापों को देख नहीं पाते। जिस कारण वो उनका सही आकलन नहीं कर पाते हैं। जो बच्चे और शिक्षक के लिए आवश्यक है।
कुछ विषयों में प्रैक्टिकल वर्क करना अनिवार्य होता है। जैसे फिजिक्स , केमिस्ट्री या बायोलॉजी आदि। लेकिन ऑनलाइन शिक्षा में बच्चे प्रैक्टिकल वर्क के माध्यम से सीखने से वंचित रह जाते हैं। इसी तरह स्कूल में नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाया जाता है। जो बच्चों के लिए जरूरी हैं।
स्कूल में पढ़ाई के अलावा भी कई और एक्टिविटीज कराई जाती हैं जिनमें बच्चे भाग लेते हैं। जैसे खेलकूद , सिंगिंग , डांस , योगा , कल्चरल एक्टिविटी , वाद-विवाद प्रतियोगिता , निबंध प्रतियोगिता , लेखन प्रतियोगिता आदि।
मगर ऑनलाइन क्लासेज में बच्चों का सिर्फ स्कूल का कोर्स ही पूरा कराया जाता है। बच्चे इस तरह की एक्टिविटीज से वंचित रह जाते हैं। जो उनके विकास के लिए आवश्यक हैं।
उपसंहार (Essay On Online Education)
यह तो कोई नहीं जानता कि यह कोरोना काल कब खत्म होगा और कब दुबारा से स्कूल , कॉलेज ,शिक्षण संस्थाएं , कोचिंग संस्थाएं खुलेंगी। और बच्चे दूबारा स्कूल या कोचिंग संस्थाओं में जाकर पढ़ाई कर सकेंगे।
लेकिन ऐसे मुश्किल वक्त में ऑनलाइन शिक्षा ने बच्चों के लिए शिक्षा के द्वार खुले रखे हैं। अब ऑनलाइन शिक्षा लोगों के द्वारा काफी पसंद की जा रही है। अधिकतर लोग चाहे वो स्कूली बच्चे हो या प्रतियोगिता परीक्षाओं में बैठने वाले ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर काफी खुश हैं।
Essay On Online Education : ऑनलाइन शिक्षा पर हिंदी निबंध
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