Tourist Places At Nainital नैनीताल खूबसूरत पर्यटन स्थल

Tourist Places At Nainital Uttarakhand , Place to visit in Nainital , Nainital Snowfall ,Naina Devi Temple Nainital  , Nearest Railway Station , नैनीताल एक खूबसूरत पर्यटन स्थल in hindi

Nainital Uttarakhand

A Beautiful Tourist Places 

Tourist Places At Nainital चित्र आभार -Sandeep Ji

Tourist Places At Nainital : झीलों की रानी या झीलों का शहर या प्रकृति प्रेमियों का स्वर्ग या उत्तराखंड का नगीना या मां सती शक्तिपीठ या मां नंदा सुनंदा के धार्मिक महोत्सव की पवित्र धरती या नैनीताल( नैनी मतलब आंख, ताल मतलब झील) चाहे आप जिस भी नाम से बुलाएं।नैनीताल अपने हर नाम को सार्थक करता है ।

Nainital एक खूबसूरत पर्यटन स्थल जिसको शायद प्रकृति ने बहुत ही सोच समझकर फुर्सत से बनाया है ।तभी तो यह कवियों, लेखकों, पर्वतारोहियों, प्रकृति प्रेमियों, पक्षी प्रेमियों तथा बॉलीवुड के लोगों की हमेशा से ही पहली पसंद रही है।समुद्र तल से लगभग 20 80 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह स्थान अंग्रेजो के लिए भी एक खूबसूरत पलों को बिताने की सबसे सुंदर जगह थी ।वो यहां अपने सुकून भरे पलों को बिताने तथा आराम करने आते थे ।

Nainital Lake (नैनी झील )

Nainital शहर का दिल है नाशपाती के आकार ( कुछ लोगों के अनुसार किडनी के आकार या आम के आकार) की नैनी झील (Nainital Lake) जो चारों तरफ से हरी भरी सात पहाड़ियों से बीच में है ।ऐसा लगता है मानो ये सातों पहाड़  इस झील के प्रहरी हो। और जो झील को हर बुरी नजर से बचाए रखना चाहते हो ।ताजे पानी की यह  झील शहर की जीवन रेखा है ।तथा साथ ही साथ ताल का पानी इतना साफ है कि उसमें पेड़ों की छाया हो या आसमान में चलते हुए बादलों की छाया साफ देखी जा सकती है।

नैनी झील (Naini Lake) में दिनभर लोग रंग बिरंगी नौकाओं में नौका विहार करते हुए नजर आ जाते हैं।तथा साथ ही साथ सुंदर सफेद बत्तखों को दाना डाल कर उनकी सुंदर अठखेलियां का मजा उठाते हैं।वही रात को होटल व मकानों में जलने वाले सैकड़ों बल्बों या अन्य किसी भी तरह की रोशनी की छाया सीधे झील पर गिरती है। तब ऐसा लगता है मानो आसमान तालाब पर उतर आया हो अपने असंख्य तारों के साथ। …..सच में मंत्रमुग्ध कर देता है यह सब।

Nainital lake Tourist Places At Nainitalचित्र आभार -Sandeep Ji

कहानी नैनीताल की (Story of Nainital )

इस नैनी झील की भी एक अपनी कथा है ।कहते हैं प्राचीन काल में तीन ऋषि ( ऋषि अत्रि, ऋषि पुलस्त्य व ऋषि पुलााहा ) यहां से होकर गुजर रहे थे। तभी उनको प्यास लग गई।उन्होंने पानी ढूंढने का काफी प्रयास किया। लेकिन पानी नहीं मिला। फिर उन्होंने इस जगह पर एक बड़ा सा गड्ढा खोदा और उसको मानसरोवर के पानी से भर दिया।कालांतर में उस गड्ढे ने इस सुंदर सी झील का रूप ले लिया ।

मुक्तेश्वर ..एक ख़ूबसूरत पर्यटन स्थल 

कहते हैं कि नैनी झील का पानी मानसरोवर की झील के पानी सा ही पवित्र है।और इस में डुबकी लगाने से मानसरोवर में डुबकी लगाने के जैसा ही पुण्य मिलता है।इसीलिए इस जगह को त्रि-ऋषि सरोवर (3 ऋषियों का सरोवर )भी कहते हैं।

Mall Road Nainital

Nainital शहर की लाइफ लाइन हैं यहां की माल रोड। Mall Road Nainital शहर को दो भागों में बांटती है। मल्लीताल व तल्लीताल ।दरअसल मल्लीताल व तल्लीताल दोनों को माल रोड जोड़ती है जो झील के समानांतर चलती हैं।

Mall Road के एक तरफ सुंदर पार्क बने हुए हैं।जहाँ बैठकर लोग प्रकृति का आनंद उठाते हैं।और Mall Road के दूसरी तरफ दुकानों हैं।जो स्थानीय व खूबसूरत सामानों से सजी रहती हैं। इसीलिए कई पर्यटक तल्लीताल से मल्लीताल तक पैदल घूमते हुए पहुंच जाते हैं।कई पर्यटक इस दूरी को रिक्शे से भी पूरी कर लेते हैं।

Maa Naina Devi Temple Nainital

Naina Devi Temple Nainital ( मां नैना देवी मंदिर )

मल्लीताल में यूं तो एक से एक सुंदर जगह है।लेकिन मां नैना देवी का मंदिर जो 64 शक्तिपीठों में से एक है ।और मां सती (पार्वती जी) को समर्पित है ।कहते हैं यहां पर मां सती की आंख (नैन) गिर गई थी जब भगवान भोलेनाथ मां पार्वती के सती होने के बाद उनको उठाए पूरे कैलाश में घूम रहे थे। इसीलिए मां पार्वती को  यहां  नैना देवी के रूप में पूजा जाता है ।

बेहद पवित्र मां नैना देवी मंदिर ( Naina Devi Temple )हर वक्त श्रद्धालुओं से भरा रहता है।मां नैना देवी का आशीर्वाद लेने उनके दर पर हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं।पूरे शहर में इस मंदिर में होने वाली आरती तथा घंटों की आवाज सुबह शाम सुनाई देती है। जो वातावरण को पवित्र कर देती है।और यहां पर उपस्थित हर व्यक्ति को असीम शांति ,नई ऊर्जा  प्रदान करती है।तथा जीवन को नए उत्साह से भर देती है।

Bhotiya Market Nainital (भोटिया मार्केट)

मल्लीताल में इस पवित्र मंदिर के अलावा एक खूबसूरत भोटिया मार्केट भी है ।जहां पर आप फैशनेबल कपड़े, ऊनी कपड़े ,गरम कपड़े ,जैकेट्स ,विभिन्न प्रकार की टोपियां व जूतियां तथा हाथ से बने हुए वस्तुओं को खरीद सकते हैं। तथा भोटिया मार्केट से लगे हुए फ्लैट्स में बैठकर आप वहां पर होने वाले विभिन्न खेलों व समय समय पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन का मजा भी उठा सकते हैं।

यहां पर हर तरह के देसी विदेशी व्यंजनों के साथ साथ कई पहाड़ी व्यंजन भी आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। जिनका पर्यटक आनंद उठाते हैं।और कई पर्यटक तो भुट्टे खाते हुए भी नजर आ जाते हैं।

मां नंदा सुनंदा महोत्सव (Maa Nanda Sunanda Mahotsaw ,Nainital)

मां नंदा सुनंदा महोत्सव एक अत्यंत भव्य महोत्सव हैं।जो प्रतिवर्ष नंदा अष्टमी के दिन मां नंदा और सुनंदा के सम्मान में आयोजित किया जाता है ।यह एक विशाल धार्मिक महोत्सव है जिसमें देश विदेश के श्रद्धालु हिस्सा लेकर मां नंदा सुनंदा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं ।तथा अपने जीवन की राह को आसान बनाते हैं।

Maa Nanda Sunanda Mhotsaw

लेक डिस्ट्रिक्ट (Lake District) के नाम से प्रसिद्ध यह शहर वाकई में एक जिला मुख्यालय भी है ।यहां पर कई विभागों के हेड ऑफिस हैं ।और कई अच्छे स्कूल भी हैं ।जहां पर देश-विदेश से बच्चे पढ़ने को आते हैं इन्हीं में से एक है शेरवुड   जहां पर एक से एक बड़ी हस्तियों ने अपनी स्कूल की पढ़ाई की है।

NH87 राजमार्ग (सड़क मार्ग) नैनीताल को देश  के विभिन्न शहरों से जोड़ता है। नैनीताल छखाता परगने में आता है ।इसे पहले यहां षष्ठीताल (साठताल) भी कहते थे ।क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यहां पहले साठ तालें थी। वैसे भी नैनीताल जिले में एक से बढ़कर एक कई सुंदर तालें हैं।

क्यों मनाया जाता हैं खताडवा लोक पर्व ? 

बेहद खूबसूरत हरी-भरी वादियों, ऊंचे ऊंचे सात पहाड़ ,बीचोबीच एक सुंदर झील और उसमें तैरती रंग बिरंगी  नावे व मां नैना देवी के मंदिर के घंटों की मधुर आवाज ,कभी तेज कभी धीमी गति से चलती ठंडी हवा… एक बिहंगम प्राकृतिक दृश्य …जो तन मन को तरोताजा कर दे ।व एक नया उत्साह जीवन में भर दे ।और क्या चाहिए एक पर्यटक को ….सच कहें तो स्वर्ग भी इससे सुंदर कहां !!!

नैनीताल में देखने लायक जगह (Tourist Places At Nainital)

चिड़ियाघर (Zoo)

 समुद्र तल से लगभग 2100 मीटर की ऊंचाई में स्थित इस पंडित जी. बी .पंत चिड़ियाघर की स्थापना सन 1984 में हुई थी।लेकिन आम जनता के लिए यह सन 1995 में खोला गया।यहां पर अनेक देशी व विदेशी जानवर व पक्षी रखे गए हैं।कई कई तो इनमे से विलुप्त होती प्रजातियां भी हैं।

करीब 4.693 हेक्टेयर में फैले इस चिड़ियाघर में करीब 235 वन्य प्राणी है।जिनमें से विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों की संख्या लगभग 190 है।चिड़ियाघर में एक से बढ़कर एक देसी विदेशी पक्षी दर्शकों को विशेष आकर्षित करते हैं। इनमें लेडी एमहस्ट फीजेंट, सिल्वर फीजेंट, गोल्डन फीजेंट, सिल्वर गोल्डन फीजेंट ,चाइनीज रिंग नेक फीजेंट, जापानी ग्रीन फीजेंट, चमकीले तीतर आदि मुख्य हैं।

चिड़ियाघर प्रशासन इन फीजेंटो का कुनबा बढ़ाने का हर संभव प्रयास कर रहा है।इसी तरह यहां पर अनेक जानवर जैसे तेंदुआ, हिल फॉक्स, साइबेरियन टाइगर ,पाम सिवेट कैट, भेड़िया हिरण काला, चीता ,बाघ ,भालू ,जंगली बिल्ली ,सांभर आदि मुख्य रूप से रखे गए हैं।चिड़िया घर की साफ-सफाई का बहुत ध्यान रखा जाता है।

यह सोमवार को बंद रहता है।शेष दिन 10:00 से 4:30 बजे तक आम लोगों के लिए खुला रहता है। कई पर्यटक अपना बेहतरीन दिन यहां जानवरों और पक्षियों को देखते हुए बिताते हैं।

Tourist Places At Nainital

इको केव गार्डन ( Echo Cave Garden)

प्रकृति ने Nainital को कई उपहारों से नवाजा है ।उन्हीं में से एक है एक इको केव गार्डन ।जिसमें 6 भूमिगत गुफाएं हैं। जो आपस में सुरंगों के माध्यम से जुड़ी हैं। इनमें से कुछ गुफाएं बहुत संकरी हैं।जहां पर जाना आसान नहीं होता है ।इन गुफाओं के नाम जंगली जानवरों के नाम पर हैं ।इको केव गार्डन पर्यटको के लिए आकर्षण का केंद्र तो है ही साथ ही एक रोमांचकारी यादगार अनुभव भी है।

जानें … विश्व पर्यावरण दिवस क्यों मनाया जाता हैं ?

हनुमानगढ़ी (HanumanGadi,Tourist Places At Nainital)

समुद्र तल से लगभग 6401 मीटर की ऊंचाई मैं बसा यह स्थान हनुमान जी का पवित्र मंदिर है ।  सन 1950 में बाबा नीम करौली महाराज ने बनवाया था यह नैनीताल शहर से लगभग 3:30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। तथा रोड से मंदिर तक लगभग 70 सीढ़ियों है।

कहा जाता है कि बाबाजी हर रोज इस मंदिर में  बालाजी के दर्शन करने आते थे।और यहां घंटों तक बैठे रहते थे ।यह बहुत ही पवित्र स्थान हैं ।और इस जगह से आप आसपास के पहाड़ों तथा सुंदर गांवों, हरे भरे खेतों का नजारा आराम से देख सकते हैं।

Tourist Places At Nainital

नैना पीक( चाइना पीक /China Peak)

समुद्र तल से करीब 2615 मीटर की ऊंचाई पर बसा यह स्थान नैनीताल की सबसे ऊंची चोटियों में एक है । क्योंकि सबसे ऊंची चोटी होने के कारण यहां से शानदार हिमालय के दर्शन तो होते ही हैं ।साथ ही साथ आप पूरा नैनीताल का विहंगम दृश्य भी देख सकते हैं।और चारों तरफ से सीना ताने  हरे-भरे सुंदर पहाड़ों को निहारना किसे अच्छा नहीं लगेगा कहते हैं ? यहां से तिब्बत (चाइना) बॉर्डर दिखाई देता है ।सच में बहुत ही बिहंगम और नयनाभिराम दृश्य आप यहां से देख सकते हैं।

स्नो व्यू (Snow View)

समुद्र तल से लगभग 2270 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह क्षेत्र नैनीताल से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ।यहां पर एक सुंदर मंदिर है।तथा आप यहां से पर्वतों की विशाल चोटियों के अद्भुत नजारों को निहार सकते हैं।स्नो व्यू में (Ropeway Trolly) उड़नखटोले या पैदल मार्ग से जा सकते हैं।मल्लीताल से उड़नखटोले की व्यवस्था है।उड़नखटोले की सैर करते हुए आपको नैनीताल का एक अद्भुत दृश्य दिखाई देगा।

Tourist Places At Nainital

लवर्स पॉइंट (LOVER’S POINT, Nainital)

नैनीताल से 3.5 किलोमीटर दूर यह छोटा सा मगर आकर्षक स्थान है ।क्योंकि सामने से खाई होने के कारण इस जगह को लोहे की ग्रिल से पूरी तरह से कवर किया गया है ।आप यहां पर  सामने ऊंचे ऊंचे पहाड़ों व प्रकृति का आनंद ले सकते हैं। स्थानीय लोगों द्वारा यहां पर कई स्थानीय फल ,नींबू पानी, भुट्टे व पहाड़ी सामान आदि बेचे जाते हैं।

आर्यभट्ट वेधशाला (ARIES ,Nainital )

देश की सबसे आधुनिकतम वेधशालाओं में से एक वेधशाला है ।यह मनोरा चोटी पर स्थित है। जिसकी ऊंचाई समुद्र तल से 1950 मीटर है ।यह नैनीताल से लगभग 4:5 किलोमीटर की दूरी पर है ।यहां पर दूरबीन से ग्रहों ,उपग्रहों, चंद्र ग्रहण, सूर्य ग्रहण, सितारों ,व आकाश मंडल में  दिखाई देने वाले अनेक नजारों को या किसी भी खगोलीय घटना को देखा जा सकता है ।यहां पर खगोल विज्ञान ,भौतिकी विज्ञान व वायुमंडलीय विज्ञान में अनुसंधान भी किया जाता है।

Tourist Places At Nainital

पंगोट (PANGOT)

पंगोट एक हरा भरा सुंदर सा मगर छोटा सा गांव जो नैनीताल शहर से 15 किलोमीटर दूरी स्थित है ।नैनीताल शहर से इस गांव को जाने वाली सड़क से गुजरते वक्त आप नैना पीक, स्नो व्यू ,कीलबरी का नजारा आराम से देख सकते हैं।यह जगह वैसे भी पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग मानी जाती है ।यहां पर लगभग 150 प्रजाति के पक्षी मिलते हैं ।इसलिए पक्षी प्रेमियों के लिए यह गांव हमेशा ही आकर्षण का केंद्र रहता है।

टिफिन टॉप या डोरोथी सीट ( Tourist Places At Nainital)

समुद्र तल से लगभग 2290 मीटर ऊंचाई पर यह एक आयरपट्टा नाम की पहाड़ी है। जिसमें एक अंग्रेज डोरोथी सीट की कब्र है ।इसीलिए जगह का नाम डोरोथी सीट रखा गया।यह एक शानदार पिकनिक स्थान है।जहां से आप नेपाल की ऊंची ऊंची हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं का नजारा आराम से देख सकते हैं।यहां पर पैदल व घोड़े खच्चरों  की मदद से जाया जा सकता है। शानदार पेड़ों, घने जंगलों और हरियाली के बीच बसा यह  छोटा सा मगर बहुत सुंदर स्थान है।

Tourist Places At Nainital

गुनीं हाउस

सन 1881 में बना यह हाउस एक छोटा सा कॉटेज है ।जो अंग्रेज पर्यावरणवादी जिम कॉर्बेट का निवास स्थान था।

किलबरी (Kilbari)

समुद्र तल से लगभग 2528 मीटर की ऊंचाई पर स्थिति यह चोटी नैनीताल की दूसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी है। यह पिकनिक मनाने के लिए सबसे सुंदर जगह है। यहां पर वन विभाग का एक विश्रामगृह भी है।जो डीएफओ (DFO)के अधीन है।यहां पर कई प्रकृति प्रेमी निवास करते हैं।कई प्रकृति प्रेमी अपना समय प्रकृति की गोद में प्रकृति को निहारते हुए बिताते हैं।. .. सच में यह एक रमणीय स्थल है।जो पर्यटकों को सुकून देता है व उनके तनाव को दूर करता है।

Nainital Snowfall 

अगर आप बर्फ देखने के शौक़ीन है या बर्फ गिरते हुए देखना चाहते हैं तो आप दिसंबर  से फरवरी     के बीच में Nainital जा सकते हैं। खास कर 15 दिसंबर के बाद।

 Nainital Weather

Nainital में गर्मियों में भी बहुत ज्यादा तापमान नहीं रहता हैं। मई और जून में भी वहाँ का तापमान 25 से 30 डिग्री के बीच में ही रहता हैं। लेकिन जाड़ों में यह गिर कर 10 से 15 डिग्री के आस पास हो जाता है। दिसंबर में यहां बर्फवारी होती है। जिसे देखने पर्यटक दूर दूर से आते हैं।  

दूरी (Distance)

नैनीताल पहुंचने के लिए नजदीकी शहरों से मोटर मार्ग (मोटर मार्ग) की दूरी।

Nainital from Delhi (दिल्ली से 320 किलोमीटर )

Nainital from Almora (अल्मोड़ा से 68 किलोमीटर)

Nainital from Haldwani (हल्द्वानी से 38 किलोमीटर)

Nearest Railway Station Kathgodam (काठगोदाम से 34 किलोमीटर)

Nearest Airport (Pantnagar Airport)

दिल्ली से पंतनगर हवाई अड्डा तक हवाई मार्ग से आया जा सकता है।उसके बाद मोटर मार्ग से नैनीताल पहुंचा जा सकता है।

नैनीताल घूमने का सही समय (Right Time To Visit Nainital)

नया साल नैनीताल में मनाइए।अक्टूबर में दिवाली और दशहरे के आसपास, गर्मियों की छुट्टियों में, वैसे तो आप नैनीताल कभी भी आइए हमेशा ही कुछ न कुछ अलग जरूर दिखेगा।

नैनीताल कितने दिन के लिए आए –कम से कम एक हफ्ते का टूर बनाएं।

नैनीताल क्यों आए (Why one should visit Nainital)

प्रकृति व पहाड़ों का आनंद लेने ,एक से एक सुंदर दृश्यों को देखने के लिए,तनाव भरी जिंदगी में सुकून के दो पल बिताने के लिए ,खूबसूरत पक्षियों को देखने के लिए , जीवन में एक नया उत्साह व जोश भरने के लिए। बस हंसने और मुस्कुराने के लिए।

नैनीताल किसके साथ आए – परिवार के साथ( कुछ समय बिताने के लिए), हनीमून कपल्स , दोस्तों के साथ कुछ अच्छे पल बिताने के लिए, स्कूल कॉलेज के टूर के साथ।

Nainital Pin Code

मल्लीताल —–   263001

तल्लीताल  —–  263002

Nainital Telephone Code  –  +91 – 5942

Language (बोली जाने वाली भाषा)  –  हिंदी , अंग्रेजी , कुमाऊनी।

मनोरंजन के लिए क्या करें 

नौका विहार, पर्वतारोहण, घुड़सवारी, उड़नखटोले का आनंद  , ढेर सारी खरीददारी, विभिन्न प्रकार के पक्षियों को निहारना तथा फोटोग्राफी आदि।

Maa Nanda Sunanda Idol

Tourist Places At Nainital

You are welcome to share your comments.If you like this post then please share it.Thanks for visiting.

यह भी पढिए……..

जानें …क्यों मनाया जाता है सातों व आठों ?

क्यों मनाई जाती हैं जन्माष्टमी ?

नया साल एक जनवरी को ही क्यों मनाया जाता हैं जानिए 

पढ़िए और भेजिए Inspirational New Year Quotes 

Christmas Day क्यों मनाया जाता है जानिए

असली Santa Claus कौन थे 

 कहाँ है असली Santa Claus का गाँव

जानिए मकर संक्रातिं क्यों मनाई जाती है

Motivational Stories पढ़िए  ?