Essay on Importance of Time of Hindi : समय का सदुपयोग पर हिन्दी निबन्ध
निबंध हिंदी में हो या अंग्रेजी में , निबंध लिखने का एक खास तरीका होता है। हर निबंध को कुछ बिंदुओं (Points ) पर आधारित कर लिखा जाता है। जिससे परीक्षा में और अच्छे मार्क्स आने की संभावना बढ़ जाती है।
हम भी यहां पर “समय का सदुपयोग / Essay on Importance of Time” पर निबंध को कुछ बिंदुओं पर आधारित कर लिख रहे हैं। आप भी अपनी परीक्षाओं में निबंध कुछ इस तरह से लिख सकते हैं। जिससे आपके परीक्षा में अच्छे मार्क्स आयें।
Essay on Importance of Time
समय का सदुपयोग पर हिन्दी निबन्ध
Content
- प्रस्तावना
- समय की महत्ता ( Importance of Time)
- विद्यार्थी जीवन में समय का महत्व (Importance of Time for students)
- उपसंहार
प्रस्तावना
कहते हैं कि कमान से निकला हुआ तीर , जुबान से निकली हुई बात और हाथ से निकला हुआ वक्त कभी लौटकर नहीं आते हैं।और वक्त का पहिया हमेशा एक ही दिशा में , आगे की तरफ ही घूमता है। कभी भी पीछे की तरफ या उल्टी दिशा में गति नहीं करता है।
इसीलिए समय को इतना कीमती माना जाता है। एक बार बीत जाने के बाद उसे वापस नहीं लाया जा सकता है। मानव को कभी भी अपने अमूल्य समय को व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए।क्योंकि समय का पहिया बिना किसी के लिए रुके , बिना थके , बिना किसी के साथ भेदभाव किए लगातार आगे बढ़ता रहता है। यह सनातन गतिशील हैं।
समय की महत्ता / महत्व
- हमारी प्रकृति , ग्रह , नक्षत्र , मौसम , ऋतुओं हमारे सामने समय के साथ चलने व समय का महत्व बताने के सबसे आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।भले ही हम किसी दिन सुबह देर से जागे हैं। लेकिन भोर कभी भी देर से नही होगी। वह अपने समय पर ही होती है। सूरज की पहली किरण धरती पर हर रोज एक समय पर ही पड़ती है। समय पर शाम होती हैं और समय से रात अपनी काली चादर बिछा देती है।
- समय से ऋतु परिवर्तन होता है। उसी हिसाब से नये पेड़ पौधों का जन्म होता है। समय के साथ ही इन पेड़ पौधों में फूल व फल लगने लगते हैं। फल पकने के बाद फिर एक बार समय बदलता है।कभी फल फूलों से लदा रहने वाला पेड़ पतझर में फूल , फल , पत्तियों विहीन हो जाता है।लेकिन बसंत का मौसम आते ही फिर से यह हरा-भरा हो फल , फूलों से लद जाता है।
- इसी तरह मौसम परिवर्तन भी होता है। कभी अथाह गर्मी , तो कभी कड़कड़ाती ठंड और कभी-कभी रिमझिम बरसात। और ऐसे ही मानव जीवन का चक्र भी चलता रहता है। जन्म , बाल्यावस्था , युवावस्था , प्रौढ़ावस्था और मृत्यु।
- समय ही किसी व्यक्ति को राजा से रंक और रंक से राजा बना सकता है। अगर कोई व्यक्ति किसी कारण वश आपकी सारी संपत्ति , जमीन जायजाद या अपनी कोई भी बहुमूल्य वस्तु को खो दे , तो कुछ समय बाद अपनी मेहनत व परिश्रम से उसे दोबारा हासिल कर सकता है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति अपना बहुमूल्य समय यूं ही व्यर्थ में गंवा दे तो , फिर कुछ भी कर ले उसे कभी वापस नहीं पा सकता हैं। समय को इसीलिए बलवान माना गया है।
- जो लोग सही समय पर सही काम करते हैं। उन्हें अवश्य सफलता मिलती है। कभी भी अफसोस या पशताना नहीं पड़ता है। काश बीता वक्त वापस आ जाए , उन्हें यह सोचकर कभी भी अफसोस नहीं करना पड़ता है।
- कुछ लोग समय का महत्व ही नहीं समझते। ऐसे लोगों का कोई काम समय पर नहीं होता है। “जब जागो तभी सवेरा ” वाली कहावत पर चलते हैं। ना उनके जागने का समय होता है , न खाने पीने का और न पढ़ने लिखने का। या जीवन में किसी भी तरह का कोई अनुशासन ही नहीं होता हैं। ऐसे लोग जो समय को बर्बाद करते हैं वो बाद में अपनी असफलता का दोषारोपण दूसरों के सिर पर या किस्मत पर मड देते हैं।
- कुछ लोग अपना अधिकतर समय दूसरों की निंदा करने में , या सोने में या किसी भी अन्य तरह के व्यर्थ के कार्यों में बिताते हैं। लेकिन समय को बर्बाद करने वाला व्यक्ति एक दिन खुद ही बर्बाद हो जाता है।
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विद्यार्थी जीवन में समय का महत्व
वैसे तो पृथ्वी में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए समय अनमोल है।इसकी कीमत रूपए , पैसे या संपत्ति से नहीं आ की जा सकती। क्योंकि न ही समय को खरीदा जा सकता है और न ही समय को बेचा जा सकता है। यहां तक कि बीते समय को वापस भी नहीं लाया जा सकता है।इसीलिए प्रत्येक व्यक्ति को समय के साथ चलना आवश्यक है।
विद्यार्थी जीवन में तो समय का महत्व और बढ़ जाता है।विद्यार्थी जीवन ही व्यक्ति के एक सुंदर भविष्य की नींव डालने का काम करता है।अगर किसी बच्चे को अपना पूरा जीवन सुंदर तरीके से बिताना है और जीवन में सर्वोच्च मुकाम हासिल करना है। तो उसके लिए उसे विद्यार्थी जीवन से ही प्रयास करना अति आवश्यक है।
समय पर सोना व उठना , समय पर रोजाना पढ़ाई करना , अपना होमवर्क पूरा करना , एक छात्र के लिए अति आवश्यक है। सही उम्र में यदि कोई छात्र अपनी उच्च शिक्षा हासिल कर अपने रोजगार से संबंधित लक्ष्य का पीछा करें , तो एक सुंदर व सफल भविष्य की नींव रख सकता है। सही समय पर की गई कठिन मेहनत , निरंतर प्रयास , सही मार्गदर्शन , अनुशासित जीवन यही व्यक्ति को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते है।
समय का सदुपयोग करने का मतलब है जीवन को सार्थक व सफल बनाना। यह तभी संभव है जब आप समय के पाबंद हो। जीवन में अनुशासित होकर जीना शुरू करें। अपने हर काम को निश्चित समय पर करें। अध्ययन से लेकर , व्यायाम , मनोरंजन तक।जिससे हर काम आपका समय पर आसानी से हो सके।
इससे समय की बर्बादी भी नहीं होती है और अन्य कार्यों के लिए भी आपको समय मिल जाता है। कोई भी काम भारी नहीं लगता है। यही इसका सबसे बड़ा फायदा है।
आज के इस कठिन व प्रतिस्पर्धा भरे दौर में , जहां सब एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में हैं। वहाँ यदि कोई भी छात्र समय को व्यर्थ गंवाता हैं।समय की कीमत महसूस नहीं करता हैं।तो उसे जीवन में कभी सफलता नहीं मिल सकती है।
उपसंहार
हमारे महापुरुषों ने समय के सदुपयोग को बहुत महत्व दिया है। सभी महापुरुषों , दुनिया के महान नेताओं व सफल होने वाले व्यक्तियों ने हमेशा ही समय के पाबंद होकर काम किया है।तभी वो सफल हुए और दुनिया उनकी दीवानी हुई। और उनको अपना आदर्श मानकर उनके नक्शे कदमों पर चलती है।
ज्ञान , कुशलता , संपत्ति , प्रतिष्ठा , सफलता आदि की प्राप्ति सिर्फ उन्हीं व्यक्तियों को होती है जो समय का सदुपयोग करते हैं। दुनिया का हर सफल व्यक्ति समय का सही सदुपयोग कर और अनुशासित जीवन जीने के कारण ही सफलता के उस महान शिखर पर पहुंचा है।
Essay on Importance of Time of Hindi : समय का सदुपयोग पर हिन्दी निबन्ध
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