Premchand Ke Phate Jute Class 9 MCQ : प्रेमचंद के

Premchand Ke Phate Jute Class 9 MCQ ,

Premchand Ke Phate Jute Class 9 MCQ Hindi Kshitij Bhag 1 Chapter 6 , प्रेमचंद के फटे जूते कक्षा 9 MCQ

Premchand Ke Phate Jute Class 9 MCQ

प्रेमचंद के फटे जूते MCQ

Note –

  1. “प्रेमचंद के फटे जूते” पाठ का सारांश पढ़ने के लिए Link में Click करें – Next Page
  2. “प्रेमचंद के फटे जूते” पाठ के प्रश्न उत्तर पढ़ने के लिए Link में Click करें – Next Page
  3. “प्रेमचंद के फटे जूते” पाठ के सारांश को हमारे YouTube channel  में देखने के लिए इस Link में Click करें। YouTube channel link – (Padhai Ki Batein / पढाई की बातें)

Premchand Ke Phate Jute Class 9 MCQ Questions ,

  1. “प्रेमचंद के फटे जूते” पाठ के लेखक कौन हैं – हरिशंकर परसाई जी
  2. इस पाठ में लेखक ने किसके सरल व सादगी पूर्ण व्यक्तित्व का वर्णन किया हैं – प्रेमचंद जी के
  3. प्रेमचंदजी को किस नाम से जाना जाता हैं – “जनता के लेखक” , “युग प्रवर्तक” व “कथा-सम्राट”
  4. लेखक के अनुसार , प्रेमचंदजी कैसा जीवन जीते थे – सहज , सरल व सादगी पूर्ण
  5. “प्रेमचंद के फटे जूते” पाठ में , लेखक ने प्रेमचंदजी का कैसा चित्रण किया है –  व्यंग्यपूर्ण चित्रण
  6. “प्रेमचंद के फटे जूते” रचना को लिखने की प्रेरणा लेखक को कहां से प्राप्त हुई – प्रेमचंद की एक फोटो को देखकर
  7. प्रेमचंद किसके साथ फोटो खिंचवा रहे थे – अपनी धर्मपत्नी के साथ
  8. फोटो देखते वक्त , लेखक की दृष्टि कहां जाकर अटक गई – प्रेमचंदजी के फटे जूते पर
  9. प्रेमचंद की फोटो में उनके फ़टे जूते देखकर लेखक क्या सोचने लगते है – उनकी आर्थिक तंगी देखकर दुःखी होते हैं।
  10. प्रेमचंद के फटे जूते पाठ में वर्णित प्रेमचंद की कौन सी मुसकान लेखक के हौसले पस्त कर देती है – व्यंग्यभरी
  11. लेखक को फोटो में प्रेमचंद की मुस्कान कैसी लगती है – विचित्र और दिखावा करने वाले लोगों पर व्यंग्यभरी हुई
  12. प्रेमचंद के फटे जूते पाठ के अनुसार , फोटो के महत्व को कौन नहीं जानता हैं – प्रेमचंदजी
  13. प्रेमचंदजी ने कैसे जूते पहन कर फोटो खींचवाई – फटे
  14. प्रेमचंदजी के किस जूते में बड़ा सा छेद था – बायें
  15. प्रेमचंदजी के कौन से पैर का जूता ठीक-ठाक था  – दाएं
  16. प्रेमचंद के पांव में किसके बने जूते थे – कैनवास के
  17. प्रेमचंद के चेहरे पर कैसी मूछें थी -घनी
  18. लेखक के अनुसार प्रेमचंद किसका महत्व नहीं समझते थे – फोटो का
  19. “अगर प्रेमचंद्र के पास फोटो खिंचवाने की ऐसी पोशाक है तो , उनके पास रोजमर्रा के जीवन में पहनने वाली पोशाक कैसी होगी” ,यह कथन किसका हैं -लेखक का 
  20. प्रेमचंद में कौन सा गुण नहीं था – फोटो खिंचवाने के लिए पोशाकें बदलना
  21. आजकल लोग फोटो खींचवाने के लिए क्या -क्या करते हैं –  नये व फैशनेबल कपड़े व जूते पहनकर व अपनी असलियत छुपाकर फोटो खींचवाते हैं।
  22. लेखक प्रेमचंद्रजी से क्या आग्रह करते है – बन -संवर कर फोटो खींचवाने का
  23. लेखक के अनुसार , प्रेमचंद्रजी किसके कहने पर फोटो खिंचवा रहे होंगे – अपनी पत्नी के
  24. प्रेमचंद फोटो के माध्यम से किन लोगों पर व्यंग्य करते हैं – जो अपनी कमजोरियों को छुपाते हैं।
  25. प्रेमचंद के जमाने में जूते कितने रुपए के मिलते थे – 5 /- रूपये
  26. प्रेमचंद के जमाने में टोपी कितने रुपए की मिलती थी  -आठ आने में
  27. टोपी व जूते किसका प्रतीक हैं – टोपी इज्जत की और जूते दिखावे के
  28. जूते पर टोपियाँ न्योछावर होने का तात्पर्य क्या है – जूते का महत्व बढ़ जाना (यानि धन सम्पत्ति व दिखावे का महत्व बढ़ना)
  29. लेखक प्रेमचंद को किस नाम से संबोधित करते है – मेरे साहित्यक पुरखे
  30. लेखक ने प्रेमचंद को “मेरे पूर्वज” शब्द से संबोधित क्यों किया है –  क्योंकि प्रेमचंद्र लेखक से पहले के महान साहित्यकार व कथाकार है।
  31. समाज में किसके कारण अधिक मान सम्मान दिया जाता है – धन के कारण
  32. पाठ में लेखक किस बात को लेकर दुखी हैं  – साहित्यकारों की गिरती दशा से
  33. प्रेमचंद ने कैसा जीवन कभी नहीं जिया – दिखावटी
  34. लेखक का जूता कहां से फटा हुआ था – तले से (अंगूठे के नीचे से)
  35. लेखक क्या नहीं करना चाहते थे  – फटे जूते पहनकर फोटो खिंचवाना ।
  36. लेखक के अनुसार , प्रेमचंदजी का जूता फटा होने के वाबजूद उनका क्या बिल्कुल सुरक्षित था – वजूद और व्यक्तित्व
  37. लेखक के अनुसार , प्रेमचंद किस चीज का महत्व नहीं जानते थे  – पर्दे का
  38. गोदान उपन्यास का मुख्य पात्र कौन है – होरी
  39. “नेम धर्म” वाली कमजोरी किसकी है – होरी की
  40. प्रेमचंद की कहानी “कफन” के पात्र माधो की इंसानियत किस कारण मर चुकी थी  – भूख के कारण
  41. लेखक ने “प्रेमचंद के फटे जूते” पाठ में भक्तिकाल के किस कवि का वर्णन किया है – कुंभन दास
  42. फतेहपुर सीकरी आने – जाने में किसका जूता घिस गया था – कुंभन दास का
  43. लेखक के अनुसार , प्रेमचंद ने अपने जूते से किसमें ठोकर मारी होगी कि उनका जूता फट गया  – किसी सख्त चीज में
  44. लेखक का “सख्त चीज” से क्या आशय हैं – रूढ़िवादिता , अंधविश्वास , सामाजिक कुरीतियां
  45. प्रेमचंद जीवन भर किस संकट को झेलते रहे  – आर्थिक संकट
  46. प्रेमचंद के जीवन की सबसे बड़ी कमजोरी क्या थी – परिस्थितियों से समझौता न कर पाना
  47. लेखक के अनुसार प्रेमचंद कैसे लेखक थे – संघर्षशील
  48. लेखक के अनुसार , प्रेमचंदजी के पांव की उंगली उस तरफ इशारा करती है जिसे वो किस दृष्टि से देखते हैं – घृणा की
  49. “जिसे तुम धृणित समझते हो  , उसकी तरफ तुम हाथ की अंगुली से नहीं , बल्कि पैर की उंगली से इशारा करते हो” , यह कथन किसका हैं  – लेखक का
  50. “जिनके देख दुख उपजत हैं ,तिनको करबो परै सलाम “, यह कथन किसका है – कवि कुंभनदास का
  51. प्रेमचंद जी को “आम आदमी का कहानीकार” क्यों माना जाता है – क्योंकि उन्होंने गरीब , लाचार और शोषित वर्ग के दर्द को अपनी कहानियों के जरिये बयां किया है।
  52. हरिशंकर परसाई का जन्म कब हुआ था – सन 1922 (जमानी गांव , होशंगाबाद जिला  , मध्यप्रदेश)
  53. परसाई जी की मृत्यु कब हुई – सन 1995 में
  54. परसाई जी की कहानी संग्रह कौन – कौन सी हैं –  हंसते हैं रोते हैं , जैसे उनके दिन फिरे
  55. हरिशंकर परसाई जी के उपन्यास का नाम बताइये   रानी नागफनी की कहानी और तट की खोज
  56. हरिशंकर परसाई जी के निबंध संग्रह के नाम बताइये – तब की बात और थी , भूत के पांव पीछे , बेईमानी की परत , पगडंडियों का जमाना , सदाचार का ताबीज , शिकायत शिकायत मुझे भी है।
  57. हरिशंकर परसाई जी के व्यंग्य संग्रह कौन – कौन से हैं  – वैष्णव की फिसलन , तिरछी रेखाएं , ठिठुरता हुआ गणतंत्र , विकलांग श्रद्धा का दौर
  58. हरिशंकर परसाईजी किस पत्रिका से जुड़े थे  – वसुधा

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