Essay On Tree Plantation In Hindi :
Essay On Tree Plantation In Hindi
वृक्षारोपण पर हिन्दी निबन्ध
Content
- प्रस्तावना
- वृक्षारोपण परम् पुण्य कार्य
- वृक्षारोपण से लाभ (Benefits of Tree Plantations)
- भौगोलिक और वैज्ञानिक दृष्टि से वृक्षारोपण का महत्व
- उपसंहार
प्रस्तावना
प्राचीन काल से ही वृक्ष और मनुष्य का घनिष्ट संबन्ध रहा हैं। वृक्ष सदैव ही मानव के मित्र रहे हैं। वृक्षों से बिना मांगे ही इंसान को बहुत चीजों आसानी से प्राप्त हो जाती है।जंगलों की सधनता और वृक्षों की अधिकता लोगों के सुख , सौभाग्य और समृद्धि की निशानी भी मानी जाती है। इसीलिए वृक्षारोपण महत्वपूर्ण माना जाता है।
वृक्षारोपण परम् पुण्य का कार्य
हमारे देश में पिछले कई दशकों से विकास के नाम पर वृक्षों की अंधाधुंध कटाई हो रही है।हरे भरे पेड़ों को बिना सोचे विचारे काट दिया जाता है। और उनकी जगह नए पौधों का रोपण भी नहीं किया जाता है। जिस वजह से आज बड़े-बड़े जंगल खत्म हो गए हैं।और वृक्षों की सघनता में भी बहुत कमी आई है।और कुछ पेड़ पौधों की प्रजातियां तो मनुष्यों की लापरवाही की वजह से विलुप्त के कगार में पहुंच गयी हैं।
जिसका दुष्प्रभाव समस्त भूमंडल और उसमें रहने वाले प्राणियों पर पड़ा है। मौसम चक्र में भी भयंकर बदलाव देखने को मिला है। धरती के तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है जिस वजह से धरती के कई देशों का अस्तित्व भी खतरे में पड़ गया है।
इसीलिए अब लोगों के द्वारा ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने की कोशिश की जा रही है। एक नया वृक्ष लगाकर उसकी देखभाल करना किसी नवजात बच्चे का लालन पालन करने के समान ही है।
हमारे देश में वृक्ष को भी संतान के बराबर माना जाता है। इसीलिए कहा जाता है कि एक वृक्ष सौ पुत्रों के समान है। प्राचीन काल से ही हमारे देश में वृक्ष को भगवान तुल्य मानकर उनकी पूजा अर्चना की जाती है। और ये वृक्ष वाकई में भगवान तुल्य होते भी हैं। क्योंकि प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से ये सदैव हमारी रक्षा करते हैं। इसीलिए वृक्षारोपण को एक परम् पुण्य कार्य माना गया है।
वृक्षारोपण से लाभ
वृक्ष निस्वार्थ भाव से सदैव ही प्राणी मात्र की सेवा करते रहे हैं।ना केवल इंसान बल्कि जीव-जंतु , कीड़े मकोड़े , पशु -पक्षियों को भी यह प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाभ पहुंचाते हैं। कई पक्षियों के और कीड़े मकोड़ों का तो यही घर होते हैं।इसीलिए वृक्षारोपण से अनेक लाभ प्राप्त होते हैं।
- वृक्षों को बढ़ने व फलने फूलने से निर्जन स्थान भी हरे-भरे व सुंदर वनों में तब्दील हो जाते हैं।
- वृक्षों की हरियाली मन को तो मोह ही लेती है।साथ ही साथ उनकी शीतल छाया तपती दोपहर में मनुष्य के मन को सुख शांति प्रदान करती हैं।
- वृक्ष का हर भाग हमारे काम आता है। वृक्ष के पत्ते , फूल , फल सब हमें लाभान्वित करते हैं।
- वृक्षों से हम कागज , गोंद , दिया सलाई , लाख , तरह तरह की दवाइयां , तेल आदि की प्राप्ति होती है।
- कई वृक्ष औषधियों की खान होते हैं।असाध्य से असाध्य रोग भी उन औषधि पौधों से दूर हो जाते हैं।
- वृक्षों की सघनता कम होने के कारण वर्षा की मात्रा भी कम हो गई है।
- वृक्षों से ही हमें जानवरों के लिए चारा , जलावन के लिए लकड़ी , घर के खिड़की व दरवाजे बनाने के लिए लकड़ी आदि प्राप्त होते हैं।
- इसी के साथ घर में उपयोग आने वाली कई प्रकार की वस्तुएं जैसे फर्नीचर , पलंग , बर्तन , औजारों के हथ्थे आदि इन्हीं वृक्षों की लकड़ी से बनाए जाते हैं। यानी एक वृक्ष हजार तरीके से इंसान की मदद करता है।
भौगोलिक और वैज्ञानिक दृष्टि से वृक्षारोपण का महत्व
भौगोलिक और वैज्ञानिक दृष्टि से भी वृक्षारोपण का विशेष महत्व है।
- वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाय तो वृक्षों से वायुमंडल शीतल व शुद्ध बनता है।वृक्ष कई प्रकार के प्रदूषण को स्वत: ही खत्म कर देते हैं।सभी वृक्ष वातावरण से जहरीली गैस कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं। और बदले में हमें प्राणदायिनी ऑक्सीजन प्रदान करते हैं।
- वृक्षों के आकर्षण से ही बादल खींचे चले आते हैं जिससे बरसात होती है। और धरती को पर्याप्त मात्रा में जल की प्राप्ति होती हैं। और धरती में पुनः हरियाली छाने लगती है।
- अगर हमें इस धरती में पानी की मात्रा को पूरी तरह से सामान्य बनाए रखना है।तो अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना अनिवार्य है। क्योंकि यही वृक्ष बादलों को अपनी तरफ आकर्षित कर बरसात का कारण बनते हैं। और वृक्षों के कम होने की वजह से वर्षा की मात्रा में भी कमी आती है।
- भौगोलिक दृष्टि से देखा जाय तो वृक्ष भूमि कटाव को रोकते हैं। और मिट्टी की उर्वरा शक्ति को क्षीण होने से बचाते हैं।
- खेत के चारों ओर पेड़ लगाने से खेत की मिट्टी की गुणवत्ता की रक्षा होती है। भूमि का कटाव नहीं होता है।
- इसीतरह नदी के किनारे पेड़ लगाने से नदी के किनारों का कटाव होने से बचता हैं।सड़कों के किनारे लगे पेड़ न सिर्फ सड़कों की सुंदरता को बढ़ाते है।बल्कि राहगीरों को भी शीतल छाया प्रदान करते है।
उपसंहार
वृक्षारोपण हमारा प्रथम व परम कर्तव्य है। वृक्ष लगाकर हम अपनी इस धरती को स्वस्थ व सुन्दर बना सकते हैं।और मनुष्य जीवन को सुखमय बनाया जा सकता है। वृक्षारोपण से ही हम अपने समाज व देश की सेवा कर सकते हैं।और आने वाली पीढ़ी को एक स्वस्थ धरती व पर्यावरण प्रदान कर सकते हैं।
वृक्ष हर प्राणी के जीवन की प्रथम आवश्यकता है। और यही हमारे जीवन का मूल आधार भी हैं। इसलिए हमें प्रतिवर्ष वृक्षारोपण को एक महोत्सव के रूप में मनाना चाहिए। ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को प्रकृति का आशीर्वाद व प्रकृति से अनगिनत उपहार मिलते रहें।
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