Essay On Swachchh Bharat Abhiyan ,
Essay On Swachchh Bharat Abhiyan
स्वच्छ भारत अभियान पर हिन्दी निबन्ध
Content
- प्रस्तावना
- स्वच्छ भारत अभियान की शुरुवात
- स्वच्छ भारत अभियान , एक जन अभियान
- स्वच्छ भारत अभियान का लोगो (Logo of Swachchh Bharat Abhiyan)
- स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य (Aim of Swachchh Bharat Abhiyan)
- महात्मा गांधी का सपना , स्वच्छ भारत हो अपना
- स्वच्छता से होने वाले फायदे (Benefits of Swachchh Bharat Abhiyan)
- स्वच्छ भारत अभियान पर सहयोग
- स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए सरकारी प्रयास
- उपसंहार
प्रस्तावना
स्वच्छता प्रत्येक व्यक्ति , समाज , पर्यावरण , भूमि , देश यानि हर किसी के लिए अति आवश्यक है।न केवल अपने घर बल्कि गली , मोहल्लों , पार्कों , सड़कों , सार्वजनिक स्थानों आदि को स्वच्छ रखना अति आवश्यक है।
क्योंकि जहां स्वच्छता होगी , वहां बीमारियां का नामोनिशान नहीं होगा और बीमारियां नहीं होंगी तो व्यक्ति का तन स्वस्थ रहेगा , तन स्वस्थ होगा तो मन भी अपने आप स्वस्थ रहेगा।
स्वस्थ व्यक्ति किसी भी स्वस्थ समाज या देश की अमूल्य संपति होते हैं। जो उस राष्ट्र के सर्वांगीण विकास में सहायक होते हैं।और इसी स्वस्थ समाज का निर्माण करने के उद्देश्य से “स्वच्छ भारत अभियान” की स्थापना की गई।
स्वच्छ भारत अभियान की शुरुवात (When Swachchh Bharat Abhiyan Started)
स्वच्छ भारत अभियान को भारत की केंद्र सरकार ने 2 अक्टूबर 2014 को आरंभ किया था।यह स्वर्णिम अवसर था गांधी जी की 145वीं जयंती का।
2 अक्टूबर को इस अभियान को शुरू करने का उद्देश्य महात्मा गांधी के उस सपने को साकार करना था जिसमें वो पूरे भारत को स्वस्थ और स्वच्छ देखना चाहते थे। वो हमेशा लोगों को स्वच्छता के लिए प्रेरित करते थे और खुद भी उसका पालन बड़े अनुशाशनत्मक ढंग से करते थे।
वैसे इस अभियान की शुरुआत 1 अप्रैल 1999 में ही हो गई थी। लेकिन उस वक्त इसका नाम “निर्मल भारत अभियान ” था। भारत सरकार ने उस वक्त ग्रामीण स्वच्छता और पूर्ण स्वच्छता के लिए एक आयोग गठित किया था। 2012 में इसे तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री मनमोहन ने मंजूरी दी थी।
स्वच्छ भारत अभियान , एक जन अभियान
यह एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसमें देश के हर राज्य , हर जिले , हर गांव और हर व्यक्ति को शामिल किया गया।जिससे इसे जन आंदोलन का रूप दिया जा सके। इस अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर सफल बनाने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है।
यह अभियान संम्भवत: भारत का सबसे बड़ा अभियान हैं। जिसमें न सिर्फ सफाईकर्मीयों बल्कि भारत के प्रत्येक व्यक्ति को जोड़ने की कोशिश की गई और इसे एक जन आंदोलन बनाने का प्रयास किया गया हैं।
अभियान का लोगो (Logo of Swachchh Bharat Abhiyan)
यह अभियान कहीं ना कहीं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से जुड़ा हुआ है। इसीलिए इस अभियान का लोगो (Logo) गांधीजी के चश्मे को बनाया गया है। इस अभियान को सफल बनाने की जिम्मेदारी भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के अधीन “पेयजल एवं स्वच्छता विभाग” को सौंपी गई है।
स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य (Aim of Swachchh Bharat Abhiyan)
स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य बड़ा ही साफ़ और स्पष्ट हैं।
- पहला उद्देश्य अपने घर आंगन के साथ साथ अपनी गलियों , सड़कों ,चौराहों , अपने आसपास के स्थानों या सार्वजनिक स्थानों को साफ सुथरा रखना ।कही पर भी किसी तरह का कूड़ा ना फैलाना ताकि हर जगह साफ सुथरा रह सके।
- दूसरा उद्देश्य “खुले में शौच मुक्त भारत” का निर्माण करना। इसके तहत बड़े स्तर पर शौचालयों का निर्माण करना जिससे खुले में शौच की समस्या तथा उससे होने वाले रोगों से लोगों को मुक्ति मिल सके।
- बड़े पैमाने में शौचालयों का निर्माण करना। इनमें व्यक्तिगत , सार्वजनिक व सामूहिक , हर तरह के शौचालयों का निर्माण करना शामिल हैं ।
- खुले में शौच के बजाय शौचालयों के उपयोग को बढ़ावा देना।
- ग्रामीण भारत में आज भी एक बड़ा तबका खुले में शौच करता है। जो अनेक बीमारियों का कारण बनता है।
- खुले में शौच व्यवस्था से सबसे ज्यादा परेशान महिलाएं और बच्चियां होती है।उनको इस परेशानी से निजात दिलाना इसके उद्देश्य में शामिल हैं। इसका जिक्र प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने 2014 के स्वतंत्रता दिवस के भाषण में किया था।
- स्कूल व कालेज जाने वाली छात्राओं के लिए स्कूल व कालेजों में भी अलग से शौचालयों की व्यवस्था का प्रावधान रखा गया। ताकि उनको शौचालयों के उपयोग में कोई परेशानी ना आए।
महात्मा गांधी का सपना , स्वच्छ भारत हो अपना
महात्मा गांधी का सपना एक स्वच्छ भारत के निर्माण का था। महात्मा गांधी हमेशा ही व्यक्तिगत स्वच्छता व सार्वजनिक स्वच्छता को प्राथमिकता देते थे।वो स्वच्छता को ईश्वरीय भक्ति से जोड़ते थे।वो हमेशा लोगों को साफ सफाई रखने का संदेश देते थे और खुद भी उस पर अमल करते थे।
इसी के तहत वो अपने आश्रम व शौचालय की साफ-सफाई खुद ही करते थे।महात्मा गांधी जी चाहते थे कि दुनिया में भारत की छवि एक साफ-सुथरे स्वच्छ राष्ट्र की बने। इसीलिए उनके जन्मदिन के अवसर पर ही स्वच्छ भारत अभियान की शुरूवात कर उनके सपने को साकार करने का पहला कदम उठाया हैं।
स्वच्छता से होने वाले फायदे (Benefits of Swachchh Bharat Abhiyan)
घर आंगनों , गली मोहल्लों को साफ सुथरा रखने के अनेक फायदे हैं।
- किसी भी स्थान को साफ सुथरा रखने से उस जगह पर किसी भी तरह की बीमारी के होने या फैलने का खतरा कम रहता है।अक्सर गंदगी से ही बीमारी फैलती हैं। क्योंकि गंदगी में अनेक प्रकार के कीट पतंगे आकर बैठते हैं। और फिर वो उड़कर गंदगी में पनपने वाले कीटाणुओं को आपके घर व आपके खाने तक पहुंचा देते हैं। जिसकी वजह से एक स्वस्थ व्यक्ति भी बीमार हो जाता है। कभी-कभी यह बीमारी महामारी का रूप ले लेती है।
- खुले में शौच करने से भी अनेक तरह की बीमारियां के फैलने का खतरा रहता है।
- दूसरी अहम बात यह है कि सड़कों के किनारे , रास्तों के किनारे या खुले स्थान पर मल मूत्र त्यागने से वह जगह भी गंदी हो जाती हैं। जो हमारे देश व समाज की छवि को धूमिल करती हैं। अगर हम इन जगहों पर शौच करने से बचेंगे , तो वो जगहें स्वच्छ , सुंदर व हरी भरी बनी रहेंगी।
- खुले में शौच करने में महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सार्वजनिक व व्यक्तिगत शौचालयों के बनने से महिलाओं को सबसे ज्यादा फायदा पहुंचा है।इससे उनकी समस्याएं काफी हद तक कम हो गई है।
- सार्वजनिक स्थानों , सड़कों , चौराहों पर कूड़ा न फेंकने की वजह से ये स्थान सुंदर व स्वच्छ दिखते हैं।
स्वच्छ भारत अभियान पर सहयोग (Swachchh Bharat Abhiyan Essay)
हम सब अपना थोड़ा सा योगदान देकर स्वच्छ भारत अभियान को सफल बना सकते हैं। जैसे
- खुद अपना , अपने परिवार व अपने घर के आसपास की साफ सफाई का ध्यान रखना। इस अभियान की सफलता के लिए आपकी तरफ से उठाया गया पहला कदम होगा।
- सड़कों , सार्वजनिक जगहों या किसी भी अन्य जगहों पर कूड़ा न फेंकें और न फेंकने दें।
- सरकार या स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा सड़कों के किनारे या गली , चौराहों में जगह जगह पर डस्टबिन लगाए जाते हैं। इसीलिए किसी भी तरह के कूड़े को डस्टबिन में ही डालकर , हम इस अभियान में अपना सहयोग दे सकते हैं।
- लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना व उन्हें स्वच्छता के फायदे बताना।
- सार्वजनिक स्थानों या खुले में शौच करना बंद करना।
- शौचालयों का उपयोग करना।
- सार्वजनिक स्थानों या खुले में शौच करने से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को बताना।
स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए सरकारी प्रयास
स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाये हैं। टीवी , समाचार पत्रों , नुक्क्ड़ नाटकों ,पंचायतों आदि माध्यमों से लोगों को इसके बारे में जानकारी देने का प्रयास किया गया है। ताकि हर व्यक्ति तक इस अभियान को पहुंचाया जा सके।
इसके साथ ही देश की कई बड़ी हस्तियों को इस अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाकर इस अभियान से जोड़ा गया हैं। जिनमें सचिन तेंदुलकर , महेंद्र सिंह धोनी , विराट कोहली , कमल हसन , प्रियंका चोपड़ा अनिल अंबानी , बाबा रामदेव , सलमान खान , कांग्रेस नेता शशि थरूर , मृदुला सिन्हा आदि प्रमुख हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश के हर व्यक्ति से इस अभियान में जुड़ने की अपील की।ताकि इस अभियान को सफल बनाया जा सके। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी खुद भी कई जगहों में साफ सफाई करते दिखाई दिए जैसे सड़कों और वाराणसी के गंगा तट के अस्सी घाट पर।
उपसंहार (Swachchh Bharat Abhiyan Essay)
वैसे तो भारत सरकार द्वारा समय-समय पर अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की जाती है। लेकिन स्वच्छ भारत अभियान अपने आप में एक अनूठा , अद्भुत व क्रांतिकारी अभियान है। पूरे देश को स्वच्छ बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाया गया यह एक सराहनीय कदम है।
इस देश के हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह अपने देश की हर जगह को साफ सुथरा रखें। किसी भी तरह की कोई गंदगी फैलाने से पहले सोचे कि यह मेरा अपना देश है।और इसको साफ रखना मेरी पहली जिम्मेदारी है।तो शायद एक समय बाद इस अभियान की जरूरत ही ना पड़े। बशर्ते कि लोगों की समझ में आ जाए कि साफ-सफाई का क्या महत्व है।
Essay On Swachchh Bharat Abhiyan : स्वच्छ भारत अभियान पर हिन्दी निबन्ध
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