Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana क्या है जानिए

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana ,Skill India Scheme ,क्या है प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना या प्रधानमंत्री कौशल भारत योजना ?,PM Kaushal Vikas Yojana (PMKVY).

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने एक के बाद एक कई जन कल्याणकारी योजनाओं का शुभारंभ किया। और भारत की युवा पीढ़ी को ध्यान में रखते हुए कई सारे कदम भी उठाए।प्रशिक्षित तथा मेहनती युवाओं को रोजगार देने की उनकी जबरदस्त इच्छा शक्ति तथा देश को विकास के रास्ते पर ले जाने का दृढ़ संकल्प तो उन्होंने ले ही रखा है।

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana

लेकिन इस बार उन्होंने उन अप्रशिक्षित व बेरोजगार युवाओं के लिए योजना का शुभारंभ किया है जो किसी कारण बस अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए। उन युवाओं के लिए शुरू की गई इस योजना का नाम है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana)

गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम क्या है जानें  विस्तार से ?

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana की शुरुआत 15 जुलाई 2015 को नेशनल स्किल डेवलपमेंट और इंटरप्रोनरशिप पाँलिसी के तहत हुई थी।और इसका लक्ष्य है 2020 तक एक करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण देना।पहले वर्ष में जहां 24 लाख युवाओं को प्रशिक्षण देना हैं वही 2022 तक लगभग 40.2 करोड़ को प्रशिक्षित करने की योजना है।इस विभाग का कार्य ही युवाओं को प्रशिक्षित कर उनके लिए नए रोजगार के अवसर तलाशना है।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का मुख्य उद्देश्य

( Aim of Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana)

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana (PMKVY) का मुख्य उद्देश्य है।ऐसे युवाओं को प्रशिक्षण देकर,उनके कौशल को निखार कर उनको रोजगार उपलब्ध कराना जो कम पढ़े लिखे हैं ।और जिन्होंने किसी कारणवश अपनी स्कूली शिक्षा पूरी नहीं की है।अपनी पढ़ाई को दसवीं या बारहवीं कक्षा के बाद छोड़ दिया है।उन सभी युवाओं को उनकी इच्छा व योग्यता अनुसार किसी तकनीकी क्षेत्र पर विशेष प्रशिक्षण देकर उनको रोजगार उपलब्ध कराना। ताकि हर युवा को रोजगार मिल सके।और देश से गरीबी दूर हो सके।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से जुड़े लोगों को प्रशिक्षण के बाद सरकार बैकों के माध्यम से ऋण भी उपलब्ध करा रही है।इसमें स्वरोजगार और उद्योग धंधो से जुड़े क्षेत्रों में विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।यह प्रशिक्षण युवाओं को बिल्कुुल निःशुल्क प्रदान किया जाता है।

जानें …सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में। 

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में प्रशिक्षण अवधि

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana विकास एवं उधमता मंत्रालय की ओर से चलाई जाती हैं। इसमें तीन महीने, छः महीने , एक साल के अवधि वाले अलग-अलग कोर्स शामिल किये गये है।अलग-अलग तकनीकी क्षेत्र में प्रशिक्षण लेने के लिए अलग-अलग अवधि तथा अलग-अलग योग्यताएं रखी गई हैं। इसीलिए हर युवा को उसकी योग्यता अनुसार (10वीं या 12 वीं या स्नातक) ही तकनीकी क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के ब्रांड एबेसडर

क्रिकेट के महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर जो खुद ही युवाओं के रोल मॉडल व प्रेरणा स्रोत हैं।उनको इस अभियान का ब्रांड एबेसडर बनाया गया है

क्यों मनाया जाता है दीपावली का त्यौहार?जानिए 

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के लिए प्रचार-प्रसार

इस योजना ( Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana) के प्रचार-प्रसार में सरकार कोई भी कमी नहीं छोड़ना चाहती है।इसीलिए एक ओर जहाँ सरकार खुद अपने स्तर से इस योजना का प्रचार कर रही है वही दूसरी ओर उसने इस कार्य के प्रचार प्रसार के लिए कई सारी टेलीकॉम कंपनी (मोबाइल कंपनियों) से भी हाथ मिलाए हैं।

किसी भी योजना को जल्द से जल्द लोगों तक पहुंचाने तथा कम समय में अधिक लोगों को जोड़ने तथा जानकारी पहुंचाने में मोबाइल कंपनियों का बहुत बड़ा योगदान है। इस योजना में भी मोबाइल कंपनियों लोगों को इस योजना के बारे में जानकारी उपलब्ध कराती हैं।

कैसे जुड़ें इस प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से 

मोबाइल कंपनीयें व्यक्ति को फोन कर Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana के बारे में जानकारी उपलब्ध कराती है। तथा साथ में ही उसको एक टोल फ्री नंबर भी देती है। जिसके बाद व्यक्ति को इस योजना से जुड़ने के लिए उस टोल फ्री नंबर पर एक मिस कॉल देना होता है ।

मिस कॉल करने के तुरंत बाद इच्छुक व्यक्ति के पास एक फोन कंपनी की तरफ से आता है और इस तरह इच्छुक व्यक्ति आईवीआर (IVR) सुविधा से जुड़ जाता है।

चंद्रयान-2 मिशन में मुख्य भूमिका निभाने वाले डॉ.के.सिवन कौन हैं जानिए ?

इसके बाद व्यक्ति को निर्देशानुसार सारी आवश्यक जानकारी देनी होती हैं जो प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के कंप्यूटर में सुरक्षित कर ली जाती हैं। आवश्यक विभागीय कार्रवाई पूरी होते ही विभाग व्यक्ति द्वारा चयनित ट्रेनिंग सेंटर से जोड़कर उसे प्रशिक्षण देने का कार्य शुरू कर देता है।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में फीस

यह प्रशिक्षण युवाओं को बिल्कुुल निःशुल्क प्रदान किया जाता है।इस योजना में प्रशिक्षित युवा का जो भी खर्चा होता है उसका वहन सरकार करती है और फीस को सीधे ट्रेनिंग कराने वाले संस्थान के बैंक अकाउंट में सरकार द्वारा ट्रांसफर कर दिया जाता है।

एक तूफ़ान का नाम तितली ?

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में आवेदन करने हेतु योग्यता

भारत का नागरिक होना चाहिए।जो युवा नौकरी करने योग्य है वह आवेदन कर सकते हैं।आवेदकों को किसी भी एक स्कीम में अपना पंजीकरण कराना अनिवार्य है।जो भी नौकरी करने योग्य है और नौकरी करना चाहते हैं वो इस योजना में आवेदन कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में पंजीकरण हेतु जरूरी दस्तावेज

  • व्यक्ति का आधार कार्ड जरूरी है।
  • पासपोर्ट साइज की दो फोटो।
  • तथा वोटर आईडी ।

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हेतु आवेदन ( Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana  Registration)

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana से जुड़ने के लिए अभ्यर्थी को आवेदन करना आवश्यक है इसके लिए अधिकारिक वेबसाइट    http://pmkvyofficial.org में जा कर ऑनलाइन फॉर्म भरना अनिवार्य है।अपनी पूर्ण व सही जानकारी और जिस भी तकनीकी क्षेत्र व ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग लेनी हो उसे भी आवश्यक रूप से भरना है। इसके बाद उसको सबमिट करना होगा।सबमिट करने के बाद अभ्यार्थी को कुछ दिनों बाद ही ट्रेनिंग सेंटर दे दिया जाएगा।

जानिए वर्ल्ड रोज डे क्यों और कब मनाया जाता है

कोर्स ( Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana Courses)

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana में लगभग 34 प्रशिक्षण कोर्स है।हर कोर्स को एक कोर्स संख्या भी दी गई हैं।

कोर्स संख्या -1 ,

  • प्रशिक्षण कोर्स — खेल,पेंट एंड कोटिंग।

कोर्स संख्या -2

  • प्रशिक्षण कोर्स –फर्नीचर और फिटिंग।

कोर्स संख्या -3

  • प्रशिक्षण कोर्स –रबर,दूरसंचार,पाइपलाइन।

कोर्स संख्या -4

  • प्रशिक्षण कोर्स –घरेलू कार्य करने वाला।

कोर्स संख्या -5

  • प्रशिक्षण कोर्स –फूड प्रोसेसिंग ,जीव विज्ञान, ग्रीन जॉब।

कोर्स संख्या -6

  • प्रशिक्षण कोर्स –आईटी और आईटीईएस ,खुदरा, बीएफएसआई ,पूंजीगत वस्तुएं, बिजली  कार्य,चमड़ा।

कोर्स संख्या -7

  • प्रशिक्षण कोर्स –निर्माण कार्य ,सौंदर्य और कल्याण,खेल।

कोर्स संख्या -8

  • प्रशिक्षण कोर्स –मीडिया एंड एंटरटेनमेंट,हस्तशिल्प,स्वास्थ्य देखभाल,लॉजिस्टिक।

कोर्स संख्या -9

  • प्रशिक्षण कोर्स –रत्न और ज्वेलरी,घर सज्जा,इलेक्ट्रॉनिक्स और हार्डवेयर,आयरन और स्टील,खनिज,सुरक्षा सेवा,पर्यटन।

कोर्स संख्या -10

  • प्रशिक्षण कोर्स –मोटर वाहन,कृषि,वस्त्र और हथकरघा,पृथ्वी मूविंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधा का निर्माण।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के लिए प्रस्तावित फंड

प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana के लिए 120 बिलियन का फंड प्रस्तावित है।यह 2016 से 2020 यानी 4 साल के लिए तय किया गया है।

इसमें लगभग एक करोड़ लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।जिनमें से 60 लाख नए युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा तथा 40 लाख पहले से ह़ी ट्रेंड युवाओं को ही अनौपचारिक कौशल प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।चुने गए व्यक्तियों को वित्तीय सहायता के तौर पर रहने ,खाने तथा यात्रा भत्ता का खर्च भी मिलता है।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में प्रमाण पत्र व पुरुस्कार राशि 

सर्टिफिकेट पाने के लिए युवाओं को परीक्षा देनी अनिवार्य है।परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा।यह सर्टिफिकेट सरकारी व प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में नौकरी हेतु देश भर में मान्य होगा।युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित कर उन्हें सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है।साथ ह़ी सरकार द्वारा 8000/-रूपये बतौर पुरुस्कार राशि भी उसके खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता हैं।

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana में अलग अलग स्तर के कोर्स के लिए अलग-अलग तरह के पुरुस्कार रखे गए हैं।1 और 2 स्तर के प्रशिक्षित कोर्स के लिए 7500/-, 3 व 4 स्तर के कोर्स के लिए 10000/- तथा 5 स्तर के कोर्स के लिए 12,500/- रखे गए हैं।रोजगार मेलों के जरिये रोजगार दिलाने की हर संभव कोशिश की जाती हैं। इनको मेक इन इंडिया योजना, डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट, स्वच्छ भारत अभियान में नौकरी दी जाएगी।

उत्तराखंड का एक अनोखा पर्व ..सातों व आठों का पर्व  

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana को लागू करने का मुख्य उद्देश्य मेक इन इंडिया प्रोग्राम को सफलतापूर्वक आगे ले जाने के लिए प्रधानमंत्री ने यह कदम उठाया है। मेक इन इंडिया कैंपेनिंग में जब विदेशी निवेशक भारत आकर निवेश करेंगे तो उस वक्त उनको उनकी कंपनियों के लिए काम करने के लिए प्रशिक्षित युवाओं की जरूरत महसूस होगी। इसीलिए इन युवाओं को पहले से ही प्रशिक्षण देकर तैयार किया जा रहा है।

इससे दो फायदे होंगे

एक तो युवाओं को योग्यता अनुसार नौकरी मिलेगी तथा दूसरा निदेशकों को आसानी से कुशल कामगार उपलब्ध हो सकेंगे।विश्व युवा कौशल के अवसर पर 15 जुलाई 2015 को इस योजना को शुरू किया गया था।

क्या है इमोजी,इमोजी का जन्म कहां और कब कैसे हुआ जानें 

ट्रेनिंग सेंटर और ट्रेनिंग टीचर (Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana Training Center)

कई निजी प्रशिक्षण संस्थानों ने अपने केंद्रों को कौशल विकास योजना से जुड़ने के लिए पंजीकरण किया है। सरकार इन प्रशिक्षण संस्थानों को तभी मान्यता देती है।जब वह प्रशिक्षण हेतु सारी जरूरी सुविधाओं उपलब्ध कराते हों।

उच्च स्तर के शैक्षिक योग्यता तथा अनुभव प्राप्त अध्यापकों से ही ट्रेनिंग दिलाई जाती है।समय-समय पर इन प्रशिक्षण केंद्रों पर औचक निरीक्षण किया जाता है।तथा विद्यार्थी व ट्रेनिंग सेंटर की गुणवत्ता का निरीक्षण भी किया जाता है।

यदि ट्रेनिंग सेंटर में कोई भी खामी पाई जाती है तो ट्रेनिंग सेंटर की मान्यता रद्द कर दी जाती है। किसी भी ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण ले रहे अभ्यर्थियों की फीस सरकार द्वारा सीधे उस ट्रेनिंग सेंटर के अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाती है।इन ट्रेनिंग सेंटर को प्रधानमंत्री कौशल विकास ट्रेनिंग सेंटर भी कहा जाता हैं।ट्रेनिंग सेंटर की लिस्ट देखने के लिए..

http://www.pmkvyofficial.org/trainingcenter.aspx

बाल्मीकि जयंती क्यों मनाई जाती हैं जानिए

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में विशेष सुबिधा 

Pradhanmantri Kaushal Vikas Yojana के अंतर्गत ट्रेनिंग लेने वाले सभी युवाओं को PMKVY दुर्घटना बीमा कवर दिया जाएगा।मृत्यु  व विकलांग होने पर दो लाख का बीमा देने का फैसला किया गया है।तथा साथ में ह़ी डिजिलोकर की सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का फायदा शहरी युवाओं को ही ज्यादा हुआ है।ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले कई युवाओं को तो इस योजना के बारे में पता भी नहीं है।इसीलिए वो इस योजना का लाभ लेने से वंचित है।सरकार युवाओं को अच्छे से प्रशिक्षित करें तथा उनके लिए रोजगार के दरवाजे खोलें।प्रशिक्षण के बाद रोजगार मिले।

रोजगार के बिना किसी भी योजना का कोई मतलब नहीं होता है।क्योंकि रोजगार से ही जीवन यापन होगा व आर्थिक स्थिति सुधरेगी।

You are welcome to share your comments.If you like this post then please share it.Thanks for visiting.

जानें …..

क्या हैं आयुष्मान भारत योजना ? 

हिमालयन बियाग्रा क्या हैं ?

कहां हैं बाबा नीम करौली का धाम ?

विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) क्यों बनाया जाता हैं ?