Poem on My Today India:मेरा आज का भारत,एक कविता।

Poem On My Today India , मेरा आज का भारत 

मेरा आज का भारत

Poem On My Today India

हमारे “आज के भारत की बदलती तस्वीर” में कुछ चंद पंक्तियां एक कविता के रूप में……..

देश में “स्टैच्यू ऑफ यूनिटी” सबसे बड़ी है मूरत ,

अनेकता में एकता हमारे देश की है अमानत ,

एक तरफ होती है पूजा , तो दूसरी तरफ इबादत ,

यह हैं हमारा आज का भारत …………।

कभी ना भूले हम अपने वीरों की शहादत ,

बना दिया नाम पर उनके युद्ध स्मारक ,

सीमा के वीर प्रहरी रक्षक ,

दुश्मनों के लिए हर पल हैं घातक ,

यह हैं हमारा आज का भारत …………।

अब बेटियों को पैदा होना नहीं समझते लोग आफत ,

कुछ नया , कुछ बेहतर देश के लिए करने की है चाहत ,

पहुंचा दिया हमने चंद्रयान चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर ,

जहां नहीं पहुंचा कोई देश अब तक ,

यह हैं हमारा आज का भारत …………

जहां आज भी घर-घर में बसते मर्यादा पुरुषोत्तम राम ,

वेद ,  पुराण और सनातन संस्कृति हैं जहाँ की शान। 

यह हैं हमारा आज का भारत …………।

अब राज करेगा पूरे देश में एक प्रधान , एक निशान , एक विधान,

बड़ी शान से अब लहराएगा तिरंगा कश्मीर से कन्याकुमारी तक ,

यह हैं हमारा आज का भारत …………।

बदलती सी दिख रही है अब हमारे देश की सूरत,

दुनिया के कदमों से कदम मिलाता ,

दुश्मनों के सिर अपने कदमों पर झुकाता ,

यह हैं हमारा आज का भारत …………।

इस प्यारे भारत को मेरा सलाम…….. नमन….. प्रणाम……,

जय हिन्द …………जय भारत।

Poem On My Today India

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