13 District 13 Destination Yojana in Uttarakhand
13 डिस्ट्रिक्ट,13 डेस्टिनेशन ,उत्तराखंड को पर्यटन हब बनाने की योजना।
13 District 13 Destination Yojana in Uttarakhand
यूं तो उत्तराखंड की धरती को प्रकृति ने अनेक उपहारों से नवाजा है।कहीं कल-कल बहती जीवनदायिनी नदियां हैं तो सामने सीना ताने सफेद बर्फ की चादर ओढ़े हिमालय राज पहरी बन खड़े हैं।एक ओर जहां उत्तराखंड की इस धरती का आंचल झीलों से सजा है।
वहीं दूसरी ओर यहां के जंगलों में औषधि के रूप में संजीवनी बूटी भी विध्यमान हैं।यह भूमि देवभूमि यूं ही नहीं कही जाती यहां लगभग सारे देवी देवताओं का किसी न किसी रूप में वास अवश्य है।
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Aim of 13 District 13 Destination Yojana
उत्तराखंड की धरती की यही सब खूबियों को देखते हुए अब उत्तराखंड सरकार ने इसे “पर्यटन हब” बनाने का एक सराहनीय फैसला लिया है।अपने इसी फैसले को धरातल पर लाने के लिए उत्तराखंड की सरकार ने “13 District 13 Destination या 13 जिले 13 डेस्टिनेशन” नाम से एक योजना बनाई हैं। जिसके तहत उत्तराखंड क़े 13 जिलों के 13 उन जगहोँ को विकसित करने का फैसला किया है।
जो या तो प्राकृतिक रूप से खूबसूरत है या किसी और वजह से प्रसिद्ध हैं। जैसे नैनीताल के मुक्तेश्वर में हिमालय दर्शन बहुत शानदार होते हैं।वही पौड़ी गढ़वाल प्रसिद्ध हैं अपने वाइल्ड लाइफ के लिए।और प्रत्येक पर्यटन स्थल को किसी न किसी थीम पर विकसित किया जायेगा।
उत्तराखंड में ऐसी अनेक जगहों हैं जहाँ कुछ न कुछ विशेष अवश्य है।इसीलिए सरकार ने उन जगहों की विशेषताओं के हिसाब से उस स्थलों को विकसित करने का फैसला किया है।जैसे टिहरी गढ़वाल में टिहरी झील में वॉटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने का फैसला किया है।
इसी तरह ओली एक सुंदर प्राकृतिक स्थल होने के साथ-साथ सदैव बर्फ से ढका रहता है इसीलिए इस स्थान पर विंटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने का फैसला लिया है।ऐसे ही नैनीताल और लोहाघाट को हिल स्टेशन के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है।
यानी कि जिस जगह की जो खासियत है उसी खासियत को और विकसित कर,पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कर पर्यटन को बढ़ावा देने का फैसला किया है।
जानिए उत्तराखंड के जागेश्वर धाम का महत्व ?
उत्तराखंड में ऐसे अनेक विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हैं जहां पर सालभर श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है।यहां पर धार्मिक पर्यटन की भी अनेक संभावनाएं हैं।जैसे बद्रीनाथ, केदारनाथ (चार धाम यात्रा ),पूर्णागिरि, नैना देवी मंदिर आदि और हरिद्वार ऋषिकेश अपने आप में ऐसे पवित्र तीर्थ स्थान हैं यहां पर शिव साक्षात ज्योतिर्लिंग के रूप में विराजते हैं।
सरकार इन धार्मिक पर्यटन स्थलों को लोगों के आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठा रही है।
उत्तराखंड सरकार ने करीब एक साल तक संबंधित सभी 13 जिलों की भौगोलिक परिस्थितियों, वहाँ के वातावरण और मौसम आदि को देखते हुए 13 स्थानों का चयन थीम आधारित पर्यटन स्थलों के रूप में किया है।
उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड द्वारा चुने गए 13 पर्यटन स्थान।इनमें से हर पर्यटन स्थल किसी न किसी थीम पर अवश्य आधरित है।
13 District 13 Destination Yojana with Theme
जगह थीम
- मुक्तेश्वर (नैनीताल) -लेजर टूरिज्म
- लाखामंडल/चकराता (देहरादून) -महाभारत सर्किट हेरीटेज टूरिज्म
- कटारमल सूर्य मंदिर (अल्मोड़ा) -मेडिटेशन
- गैरसैंण/ओली/भराड़ीसैंण में (चमोली) -विंटर स्पोर्ट्स नॉलेज टाउन, विधानसभा भवन
- पिरान/ कलियर 52 शक्तिपीठ (हरिद्वार) -धार्मिक पर्यटन
- मोरी/हरकी- दून पार्क/चिनयालीसौर (उत्तरकाशी) -मल्टीपरपज पर्यटन
- चिरबटिया (रुद्रप्रयाग) -ईको टूरिज्म
- गरुड़ वैली/कौसानी (बागेश्वर) -टी टूरिज्म
- देवीधुरा/लोहाघाट (चंपावत) -हिल स्टेशन
- सतपुली खैरासैंण/खिरसू (पौड़ी गढ़वाल) –वाइल्ड लाइफ,हिल स्टेशन
- द्रोणा सागर झील/पराग फार्म (उधम सिंह नगर) -एम्यूजमेंट पार्क
- मोस्टमानू/मुनस्यारी (पिथौरागढ़) – लेजर टूरिज्म
- टिहरी झील(टिहरी गढ़वाल) -वाटर स्पोर्ट्स
उत्तराखंड राज्य आंदोलन की पूरी जानकारी ?
इन सभी को विकसित किए जाने की योजना है तथा इन सभी जगहों को विमान सेवा से जोड़ने का भी प्रयास किया जा रहा है।
उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड के अफसरों का कहना है कि “सभी 13 जिलों की प्रत्येक जगह को कम से कम एक विषय आधारित पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।ताकि पर्यटक इन स्थानों पर जाकर उस जगह का आनंद ले सकें।
हालांकि इनमें से कुछ पर्यटन स्थल पहले से ही प्रसिद्ध हैं और पर्यटकों की वहां पर खूब आवाजाही रहती है लेकिन पर्यटन विभाग अब इसके बुनियादी ढांचे में परिवर्तन करने की सोच रहा है।सरकार ने पहले चरण के लिए कुल 6.5 करोड़ रूपये का बजट भी जारी कर दिया हैं।और जिसमें से प्रत्येक जिले के जिला मजिस्ट्रेट को इस योजना के लिए 50 लाख रुपये जारी कर दिए गए हैं”।
प्रदेश सरकार ने पर्यटकों को आकर्षित करने के अलावा पलायन को रोकने के लिए हर जिले में एक डेस्टिनेशन को विकसित करने का फैसला किया है।प्रदेश में पर्यटकों की आवाजाही से ना सिर्फ पर्यटन क्षेत्र में वृद्धि होगी।बल्कि यहां की एक बहुत बड़ी समस्या पलायन जो उत्तराखंड सरकार के लिए चुनौती बन कर खड़ी है।
उसका भी बहुत हद तक समाधान हो जाएगा तथा साथ ही साथ उत्तराखंड सरकार को भारी राजस्व की प्राप्ति भी होगी और बेरोजगार नौजवानों को रोजगार मिलेगा।सबसे अच्छी बात यह रहेगी कि उत्तराखंड विश्व मानचित्र में एक शानदार पर्यटन स्थल के रूप में उभर कर सामने आएगा।
धार्मिक पर्यटन के साथ साथ प्राकृतिक पर्यटन स्थलों को विकसित कर उत्तराखंड की आर्थिक स्थिति को बदलने का काम एक सराहनीय प्रयास है।पुराने पर्यटन स्थलों के साथ-साथ नये पूर्ण रूप से विकसित सभी सुबिधाओं युक्त पर्यटन स्थल लोगों के आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
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