How to start coding in C language ,
C++ क्या हैं
How to start coding in C language
Note –
इसी Post से संबंधित “C language क्या हैं और उसमें अपना पहला C Program कैसे बनायें “ , Video को हमारे YouTube channel में देखने के लिए इस Link में Click करें । (Padhai Ki Batein / पढाई की बातें)
C और C++दोनों को ही “Mother Language” कहा जाता हैं क्योंकि इन्हीं दोनों languages को Base मानकर कई और नयी languages और Software को Develop किया गया हैं। C और C++, में Program बनाने वक्त उसमें Use होने वाले Commands को एक निश्चित Format में लिखना जरूरी होता हैं जिन्हें आज हम इस Post में कुछ Steps में विस्तारपूर्वक बताने जा रहे हैं।
C और C++ , में Program बनाने वक्त इन Steps को Follow करना जरूरी हैं वरना आपका Program Execute नही होगा।
Step 1. Header Files
C या C ++ में Program बनाने के लिए सबसे पहले Header Files Declare करना जरूरी होता हैं जो Programmer , Program में अपनी जरूरत के हिसाब से Use करते हैं। बिना Header Files के C या C ++ Language में कुछ Command Work नही करते हैं।
अगर आप उन Commands का Use अपने Program में कर रहे हैं तो आपको उस Command से संबंधित Header File को अपने Program के सबसे पहले Define करना ही पड़ेगा वरना आपका Program Execute नही होगा। इसीलिए किसी भी Program में Header Files को सबसे Declare किया जाता हैं।
Step 2 . Void Main ()
C या C ++ में कुछ Ready made Functions होते हैं जो Program बनाने वक्त Programmers के बहुत काम आते हैं और कुछ Functions के बिना C में Program बनाना सम्भव भी नही हैं। उन्ही में से एक हैं Void Main () Function । Void Main Function , C के हर Program में Use होता ही होता हैं।
C या C ++ में भले ही सबसे पहले Header Files Define की जाती हैं मगर Actual में Program की शुरुवात Void Main () Function से ही होती हैं। जब Program को Compile किया जाता हैं तो Compiler , Program को Void Main () Function से ही Compile करना शुरू करता हैं।
Program में Define , Header Files को Compiler तभी Check करता हैं जब Program में उससे संबंधित कोई Command Use हुआ हो।
Step 3. Programming Body
Void Main () Function के बाद ( { ) से ( } ) के बीच में पूरा का पूरा Program लिखा जाता हैं । इसे Programming Body कहा जाता है।
Header Files
C या C ++ Language में Program बनाने वक्त या Program के शुरुवात में सबसे पहले Header Files को Declare करना जरूरी होता हैं। बिना इन Header Files के C या C ++ में कुछ Command Work नही करते हैं।
Deference between <stdio.h> And <iostream.h>
<stdio.h> , Header File C Program में Use की जाती हैं जबकि <iostream.h> C++ Programs को बनाते वक्त Use होती हैं।
अगर आप अपने C के Program में किसी भी Variable की Value को Input करने के लिए (scanf) और उस Variable में Input Value को Screen में Print करने के लिए (printf) Command का Use करना चाहते हैं तो आपको अपने Program में <stdio.h> Header File को Use करना ही पड़ेगा क्योंकि scanf और printf , दोनों Command , <stdio.h> Header File से ही Execute होते हैं।
और अगर आप अपने C++ के Program में किसी भी Variable की Value को Input करने के लिए (Cin) और उस Variable में Input Value को Screen में Print करने के लिए (Cout ) Command का Use करना चाहते हैं तो आपको अपने Program में <iostream.h> Header File को Use करना ही पड़ेगा क्योंकि Cin और Cout , दोनों Command ,<iostream.h> Header File से ही Execute होते हैं।
<conio.h> –
अगर आप अपने C या C++ के Program में ( clrscr() और getch() ) Command का Use करना चाहते हैं तो आपको <conio.h> Header File को Use करना ही पड़ेगा। बिना इसके ये दोनों Command , Run नही करेंगे।
Note – <stdio.h> या <iostream.h> और <conio.h>, ये दोनों Header File लगभग हर Program में Use होती ही हैं क्योंकि ये चारों Command हर Program में Use किये जाते हैं।
Use Of printf ,scanf , Cin , Cout , clrscr() And Getch()
Input – C Language में किसी भी Variable की Value को Input करने के लिए ( scanf) Command का और C ++ Language में किसी भी Variable की Value को Input करने के लिए ( Cin ) Command का Use किया जाता हैं।
और इस Command को Use करने के लिए <iostream.h> या <stdio.h> Header File को लगाना अनिवार्य हैं। बिना इन Header Files के (Cin या scanf) Command Work नही करेगा।
For Example –
- scanf(“%d”,&a); (For C Program)
- cin>>a ; (For C++ Program)
Output – C Language में किसी भी Variable की Value या किसी Message को Screen में Display करने के लिए (printf ) Command का और C ++ Language में किसी भी Variable की Value या किसी Message को Screen में Display करने के लिए (Cout) Command का Use किया जाता हैं।
और इन Command को Use करने के लिए <iostream.h> या <stdio.h> Header File को लगाना अनिवार्य हैं। बिना इन Header Files के (printf या Cout ) Command Work नही करेगें।
For Example –
- printf(“\n Enter the value for A number = “) ; (For c Program)
- cout <<“Enter the value for A number = “<<“\n” ; (For C++ Program
clrscr() – clrscr() Command का Use Screen को Clear करने के लिए किया जाता हैं।
getch() – getch() Command का Use , User Output Screen से Main Program में वापस आने के लिए करता हैं। इस Command का Use कर User कोई भी Key दबाकर Main Program में वापस आ सकता हैं। यह Command “Press any key to continue” की तरह ही हैं।
\n – To Break or Change a line यानि Line change या Break करने के लिए “\n” को Use किया जाता हैं।
Variable
किसी भी Program में Value को Store करने के लिए अलग -अलग Type के Variable को Define किया जाता हैं। जैसे Number values को store करने के लिए Variable को (int) यानि integer type तो Alphabets को store करने के लिए Variable को (Char) यानि Character type में Define किया जाता हैं।
Variable को इस तरह अलग -अलग Types में Define करने को Data types कहा जाता हैं। ये अनेक प्रकार के होते हैं जैसे int , long int , short int , char , unsigned int , unsigned char , float ,double , unsigned long int , unsigned long int , etc.
For Example –
int a , b ,c ;
( यहां पर a , b , c , Integer Type Variable Declare किये गए हैं। अब इनमें कोई भी Number Value को store किया जा सकता हैं।)
इसी तरह Char x ;
(ये Character type Variable हैं जिसमें किसी भी Alphabet को Store किया जा सकता हैं।)
C++ में पहला Program कैसे बनाते हैं ?
C और C++ में पहला Program बनाने के लिए नीचे के example को अपने C++ editor या Turbo C में लिखें और फिर Program को Compile और Run करके देखें।
यहां पर हम एक ही Program C और C++ , दोनों के लिए दे रहे हैं। आप अंतर देखिएगा।
Example 1. C के लिए Program
#include<stdio.h>
#include<conio.h>
void main()
{
clrscr() ;
printf (“Hello , Now I am learning C and C++ Programming”);
printf(“\n It’s Easy”);
getch();
}
OUT PUT –
Hello , Now I am learning C and C++ Programming
It’s Easy
Example 2 . C ++ के लिए Program
#include<iostream.h>
#include<conio.h>
void main()
{
clrscr() ;
cout <<“Hello , Now I am learning C and C++ Programming”<<“\n” ;
cout <<“It’s Easy”;
getch();
}
OUT PUT –
Hello , Now I am learning C and C++ Programming
It’s Easy
Example 3. TO Add two Numbers.
C के लिए Program
#include<stdio.h>
#include<conio.h>
void main()
{
int a , b , c ;
clrscr() ;
printf(“Enter the value for A number = “) ;
scanf(“%d”,&a);
printf(“\nEnter the value for B number = “) ;
scanf(“%d”,&b);
c=a-b ;
printf(“Subtract of (A-B = C ) is = ” , c) ;
getch();
OUT PUT –
a = 100
b = 20
Subtract of ( A-B = C ) is = 80
Eample 4. C++ के लिए Program
#include<iostream.h>
#include<conio.h>
void main()
{
int a , b , c ;
clrscr() ;
cout <<“Enter the value for A number = ” ;
cin>>a;
cout <<“Enter the value for B number = ” ;
cin>>b;
c=a+b ;
cout<<“Sum of (A+B = C ) is = “<<c ;
getch();
}
OUT PUT –
a = 10
b = 20
Sum of (A+B = C ) is = 30
How to start coding in C language ,
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