मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना क्या हैं ?मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना से मिलेगा 23 लाख लोगों को लाभ।
उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य के सभी राशन कार्ड धारकों को प्रतिमाह गेहूं और चावल के साथ-साथ चीनी रियायती दर पर उपलब्ध करायी जाती है।लेकिन सितंबर माह से इन राशन कार्ड धारकों को गेहूं,चावल और चीनी के साथ साथ अब मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना के तहत हर माह 2 किलो चने की दाल भी कम कीमत में उपलब्ध करायी जाएगी।
उत्तराखंड में बनेगी पहली मेडिटेक सिटी,जानें विस्तार से ?
12 सितंबर 2019 को मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सीएम आवास स्थित जनता दर्शन हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम में पहले से ही चयनित लाभार्थियों को दाल के पैकेट देकर इस योजना का शुभारंभ किया।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि स्वस्थ भारत के लिए यह योजना बहुत अहम है।हालांकि सरकार ने 24 जुलाई 2019 को कैबिनेट की बैठक में रियायती मूल्य पर दाल देने का निर्णय लिया था।
मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के लगभग 23 लाख 32 हजार राशन कार्ड धारकों को बाजार में मिलने वाली कीमत से कम कीमत पर दाल उपलब्ध कराना।ताकि हर व्यक्ति के भोजन की थाली में प्रतिदिन एक कटोरी दाल अवश्य हो।
किन लोगो को मिलेगा इसका लाभ
मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना का लाभ प्रदेश के प्रत्येक राशन कार्ड धारक को मिलेगा।
देश का पहला ड्रोन प्रोजेक्ट बनेगा उत्तराखंड में जानें विस्तार से ?
दाल पोषित योजना की खास बात
- सरकार द्वारा प्रत्येक राशन कार्ड धारक को प्रतिमाह 2 किलो चने की दाल बाजार की कीमत से कम कीमत में उपलब्ध कराई जाएगी।
- केंद्र सरकार से उपलब्धता के आधार पर ही दाल उपलब्ध कराई जाएगी।
- माह सितंबर में चने की दाल 44 रूपये प्रति किलो के हिसाब से दी जा रही है।जबकि चने की दाल की कीमत बाजार में करीबन 65 से 70 रूपये किलो तक है।
- दाल की कीमत हर महीने निश्चित नहीं होगी।यह कम या ज्यादा हो सकती है।जो मार्केट दाम के हिसाब से रहेगी,लेकिन यह मार्केट रेट से हमेशा ही कम रहेगी।
- दाल को फिलहाल “नो प्रॉफिट,नो लॉस” फॉर्मूले के तहत दिया जा रहा है।केंद्र सरकार से जिस दर पर दाल मिलेगी।उसमें दाल की मिलिंग,सफाई, पैकेजिंग व दुकानों तक पहुंचाने का खर्चा जोड़ा जाएगा।तब दाल की कीमत तय की जाएगी।और सरकार उसी कीमत पर कोई लाभ कमाए दाल राशन कार्ड धारकों को देगी।
- दाल पर 15 रूपये प्रति किलो की सब्सिडी स्थाई रूप से जारी रहेगी।
पिथौरागढ़ में खुलेगा देश का सबसे बड़ा टयूलिप गार्डन?
चने की दाल के गुण
दाल में प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक होती है।जो मनुष्य के लिए आवश्यक है।प्रोटीन के अलावा दाल में फोलेट,मैग्नीशियम,आयरन,जिंक आदि भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।लेकिन दाल की एक खास बात यह है कि इसमें कोलेस्ट्रॉल नहीं के बराबर होता है।
इसके अलावा दाल सुपाच्य (पचने में आसान) होती हैं क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती हैं जो कब्ज की समस्या से छुटकारा दिलाती है।
दालों का सेवन करने से मनुष्य दिल की बीमारी के साथ-साथ कई सारे अन्य रोगों से भी बचा रहता है।इसमें आयरन की मात्रा अधिक होने से खून की कमी नहीं होती।इसीलिए प्रत्येक व्यक्ति को हर रोज अपने भोजन में कम से कम एक कटोरी दाल अवश्य लेनी चाहिए।
संतुलित भोजन आवश्यक
मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार लेना अति आवश्यक है।आहार में जितनी जरूरी दाल है।उतनी ही जरूरी सब्जियां,फल और अनाज भी है।भोजन में सभी पोषक तत्वों का होना आवश्यक है।इसीलिए हर किसी की उपस्थिति भोजन की थाल में अवश्य होनी चाहिए।ताकि मनुष्य स्वस्थ रह सकें।
जानिए उत्तराखंड के जागेश्वर धाम का महत्व?
उत्तराखंड की राज्य सरकार इस वक्त गरीबों के हित में अनेक योजनाएं चला रही हैं।लेकिन लोगों को इसके प्रति जागरूक होना होना आवश्यक है।इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए लाभार्थियों को इन योजनाओं के प्रति जागरूक होना तथा उनको इन योजनाओं की जानकारी होना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर
इस योजना के शुभारंभ के समय मुख्यमंत्री ने “मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर” की भी जानकारी लोगों को दी।मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1905 है।जिस पर लाभार्थी अपनी समस्याओं को रख सकते हैं। जिसमें सरकार द्वारा तत्काल एक्शन लिया जाएगा।
You are most welcome to share your comments.If you like this post.Then please share it.Thanks for visiting.
यह भी पढ़ें……
दीनदयाल उपाध्याय स्टे होम योजना उत्तराखंड
13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन योजना क्या है ?
उत्तराखंड किसान पेंशन योजना उत्तराखंड ?
मैं एक गांव हूँ योजना (उत्तराखंड) क्या है ?