Vande Bharat Mission
वंदे भारत मिशन की जानकारी
Vande Bharat Mission : वैश्विक महामारी कोरोना के कारण दुनिया भर में फंसे भारतीयों को स्वदेश सुरक्षित वापस लाने के लिए भारत सरकार ने “बंदे भारत मिशन ( Vande Bharat Mission)” की शुरुआत की है जिसके तहत विदेशों में फंसे भारतीयों को एयर इंडिया और उसकी सहायक कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस के द्वारा चरणबद्ध तरीके से स्वदेश लाया जाएगा।
चीन के वुहान शहर से निकले कोरोनावायरस ने दुनिया के तमाम देशों को अपनी चपेट में ले लिया हैं। इस महामारी के आगे दुनिया के सभी छोटे बड़े देश बेबस नजर आ रहे हैं। कुछ देशों को छोड़कर इस कोरोनावायरस ने दुनिया के लगभग हर देश तक अपनी पहुंच बना ली है।
इस वायरस को खत्म करने के लिए दुनिया के किसी भी देश के पास कोई वैक्सीन या दवा न होने के कारण लोगों के सामने ज्यादा बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।ऐसे में अपने देश के नागरिकों को बचाने के लिए सभी देशों के पास सिर्फ लॉकडाउन (Lock down) ही एक मात्र रास्ता बचा था। इसीलिए भारत समेत दुनिया के कई देशों ने इस महामारी से निपटने के लिए लॉक डाउन का सहारा लिया जो काफी सफल भी रहा।
लेकिन इस लॉकडाउन की वजह से बस सेवाएं , रेल सेवाएं और हवाई सेवाएं सभी बंद हो गई।जिस कारण जो लोग जहां थे वहीं फंसे रह गए। भारत के भी कई नागरिक दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रहते हैं।कोरोना संकट के कारण वो सभी अपने देश लौटना चाहते हैं।
लेकिन हवाई सेवाएं बंद होने के कारण वे स्वदेश लौट नहीं पा रहे थे।इसीलिए विदेश में रह रहे अपने नागरिकों को वापस भारत लाने के लिए भारत सरकार ने वंदे भारत मिशन की शुरुआत की है।
वंदे भारत मिशन क्या है (What is Vande Bharat Mission)
वंदे भारत मिशन विदेश में रह रहे भारतीयों को वापस भारत लाने का एक अभियान है। भारत में 25 मार्च से लॉकडाउन (Lock down) है। और तब से ही सभी देशी-विदेशी व्यावसायिक उड़ाने बंद हैं।
कोरोना महामारी के कारण दुनिया भर में फंसे भारतीयों को स्वदेश वापस लाने के लिए भारत सरकार ने बंदे भारत मिशन की शुरुआत की है। इस मिशन के तहत भारत सरकार एयर इंडिया और उसकी सहायक कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमानों से विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने का कार्य करेगी।
इस मिशन के तहत न सिर्फ विदेश में फंसे भारतीयों को स्वदेश वापस लाया जाएगा। बल्कि भारत में रह रहे ऐसे विदेशी नागरिकों को जो अपने देश वापस जाने के इच्छुक हैं , उन्हें भी उनके अपने देशों तक पहुंचाया जाएगा।
नागरिकों को वापस लाने का कार्य दो चरणों में किया गया है।तीसरे चरण के लिए जरूरत के हिसाब से ही रणनीति बनाई जाएगी। फिलहाल यह कार्य दो चरणों में किया जा रहा है।
Vande Bharat Mission का पहला चरण (7 से 14 मई तक )
इस मिशन के पहले चरण में एयर इंडिया और उसकी सहायक कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस के द्वारा 64 विमानों के जरिए 7 से 14 मई के बीच में 12 देशों से 14,800 भारतीयों को स्वदेश लाया जाएगा।इस यात्रा के लिए सभी यात्रियों से पूर्व निर्धारित शुल्क लिया गया है।
इस अभियान के तहत केरल के लिए 31 , दिल्ली के लिए 22 , कर्नाटक के लिए 17 , तेलंगाना के लिए 16 , गुजरात के लिए 14 , राजस्थान के लिए 12, आंध्र प्रदेश के लिए 9 , पंजाब के लिए 7 , बिहार के लिए 6 , उत्तर प्रदेश के लिए 6 , उड़ीसा के लिए 3 , चंडीगढ़ के लिए 2 , जम्मू-कश्मीर , जयपुर , मुंबई और मध्यप्रदेश के लिए 1 उड़ानें नागरिकों को लेकर स्वदेश पहुंची।
Vande Bharat Mission का दूसरा चरण (16 से 22 मई तक )
बंदे भारत मिशन के तहत दूसरे चरण में लगभग 30,000 भारतीयों को लाया जाएगा। इस चरण में 31 देशों से 149 फ्लाइट के जरिए 16 से 22 मई के बीच इन भारतीयों को वापस लाया जाएगा। अमेरिका से 28,000 लोग वापस लौटना चाहते हैं।
मिशन के दूसरे चरण में एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस अमेरिका , संयुक्त अरब अमीरात , कनाडा , सऊदी अरब , ब्रिटेन , मलेशिया ,ओमान , कजाकिस्तान , ऑस्ट्रेलिया , यूक्रेन , कतर , इंडोनेशिया आदि देशों से भारतीय नागरिकों को वापस लाएगी।
यदि आवश्यकता पड़ी तो इस मिशन के लिए सेना से भी सेवा ली जा सकती है।वैसे भी सेना के जहाजों की क्षमता ज्यादा होती हैं। जिसमें एक बार में ही ज्यादा यात्रियों को लाया जा सकता है।
समुद्र सेतु मिशन
इस कार्य के लिए समुद्र सेतु मिशन इंडियन नेवी द्वारा चलाया जा रहा है। मालदीव के लिए 6 मई को जहाज भेजा गया था। जो वहां से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस लेकर आया।
वैसे इस तरह का मिशन भारत में एक बार पहले भी चलाया गया है। 1990 में 1,11,711 लोगों को कुवैत से लाया गया था।जिसके लिए 488 फ्लाइट चलाई गई थी।इस अभियान को 59 दिनों में पूरा किया गया था।
वंदे भारत मिशन में किन-किन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी
बंदे भारत मिशन के तहत भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। जो निम्न है।
- वंदे भारत मिशन के तहत सबसे पहले उन भारतीय नागरिकों को वापस लाने की प्राथमिकता दी जाएगी जो प्रवासी श्रमिक या मजदूर हैं। और जिनके वीजा की अवधि समाप्त होने वाली है।
- गर्भवती महिलाओं , बुजुर्ग व्यक्तियों और छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- किसी व्यक्ति के परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु होने पर उन व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- जिन लोगों का वीजा खत्म होने वाला हो।
- जिन लोगों को वहाँ की कंपनी या सरकार द्वारा नौकरी से निकाल दिया गया हो।
- कोई अन्य जरूरी काम होने पर (पहले इसका प्रमाण देना होगा )
बंदे भारत मिशन के लिए शर्तें
बंदे भारत मिशन के तहत यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों के लिए कुछ शर्तों का पालन करना अनिवार्य होगा। साथ ही यात्रा करने वाले नागरिकों के लिए कुछ नियम भी बनाए गए हैं जिनके तहत ही नागरिकों की स्वदेश वापसी हो सकेगी।
- विदेश में फंसे भारतीय जो भारत वापस लौटना चाहते हैं उन्हें यात्रा करने से पहले अपने फोन में आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करना अनिवार्य है।
- भारत आने के इच्छुक भारतीय नागरिकों को इसके लिए अपने देश की एंबेसी के संपर्क में रहना होगा।
- भारत आने के लिए विमान का निर्धारित शुल्क सभी यात्रियों को चुकाना ही होगा ।
- एयरपोर्ट पर कम से कम 5 से 7 घंटे पूर्व आना होगा। वहां पर आवश्यक जांच करने के बाद ही उनको जहाज में बैठने दिया जाएगा।
- यात्रियों को उनकी यात्रा का समय , दिन यात्रा से 2 दिन पहले ही सूचित कर दिया जाएगा। ताकि वो अपनी आवश्यक तैयारी कर सकें।
- विदेश से भारतीय नागरिकों को भारत लाने वाले विमान के सभी कर्मचारी पी पी ई किट पहनकर ही जाएंगे।
- सभी यात्रियों की कोरोना जांच की जायेगी।अगर किसी भी यात्री में कोरोना के लक्षण पाए जाएंगे तो उस यात्री को नहीं लाया जाएगा।
- भारत वापस आने के बाद भी सभी यात्रियों को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाएगा। और जिस जगह पर उन यात्रियों को रखा जाएगा। उस जगह का किराया या अन्य खर्चा स्वयं यात्रियों को ही वहन करना होगा।
कितना किराया लिया जाएगा
विदेश से भारत आने वाले भारतीय नागरिकों और भारत से विदेश जाने वाले नागरिकों से हवाई यात्रा का किराया लिया जाएगा। लेकिन यह किराया अलग अलग देशों के लिए अलग अलग होगा। जिसका निर्धारण एयर इंडिया और उसकी सहायक कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा किया जायेगा।
भारत से विदेश जाने के लिए शर्तें
इस अभियान में न सिर्फ विदेशों से भारतीयों को वापस लाया जाएगा। बल्कि भारत में फंसे विदेशियों की भी उनके देशों में सुरक्षित वापसी की जाएगी। जो जहाज विदेशों से भारतीयों को वापस लाने के लिए जाएंगे। वो जाते वक्त भारत से उस देश के नागरिकों को वापस लेकर जाएंगे।इसके अलावा जो नागरिक भारत से विदेश जाना चाहते हैं उनके लिए कुछ शर्तों का पालन करना अनिवार्य होगा।
- परिवार के किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर केवल उन व्यक्तियों को यात्रा की अनुमति दी जाएगी जिनके पास 6 महीने का वीजा होगा।
- बंदे भारत मिशन के तहत सिर्फ उन्हीं लोगों को विदेश यात्रा की अनुमति दी जाएगी जो या तो विदेशों में ही रहने वाले हैं या उनके पास उस देश का कम से कम 1 वर्ष की अवधि का वीजा या ग्रीन कार्ड मौजूद हो।
- कोरोना संकट के कारण फ़िलहाल दुनिया के कुछ देश अपने या विदेशी नागरिकों को अपने देश में आने की अनुमति प्रदान नहीं कर रहे हैं।इसी वजह से उन देशों में जाने वाले व्यक्तियों के यात्रा करने से पहले MoCA द्वारा यह निश्चित कर लिया जाएगा कि उन देशों में यात्रियों के प्रवेश की अनुमति है या नहीं। अनुमति होने पर ही नागरिकों को ले जाया जाएगा।
- इसके अलावा सभी यात्रियों की यात्रा करने से पहले पूर्ण जांच की जाएगी। थर्मल स्क्रीनिंग भी की जाएगी। अगर वो स्वस्थ पाए जाते हैं तभी यात्रा कर पाएंगे अन्यथा नहीं। किसी भी तरह की बीमारी के लक्षण होने पर उनकी यात्रा रद्द कर दी जाएगी।
बंदे भारत योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
बंदे भारत मिशन के तहत यात्रा करने के लिए आप निम्न वेबसाइट पर संपर्क कर सकते हैं।
वेबसाइट : www . airindia.in/rllandingpage.html
Vande Bharat Mission: वंदे भारत मिशन की जानकारी
You are most welcome to share your comments . If you like this post . Then please share it . Thanks for visiting.
यह भी पढ़ें……
कोरोना एक वैश्विक महामारी क्यों हैं ?
कोरोना संकट के समय स्वयं को क्वॉरेंटाइन कैसे करें