Father’s Day , पितृ दिवस कब और क्यों मनाया जाता है ? , When is Father’s Day ? , Father’s Day Celebration , Gift ideas for Father’s Day , Father’s Day Quote in Hindi.
Father’s Day In India
भले ही इस दिन की शुरुआत सोनोरा डाॅड ने अपने पिता की याद में पहली बार इसको 19 जून 1909 में मना कर किया हो ।लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति लिंडन जाॅनसन ने 1966 में पहली बार इसे जून के तीसरे रविवार को मनाने का फैसला लिया। तब से ही Father’s Day जून महीने के तीसरे रविवार को मनाया जाता हैं।
Father’s Day
मेरे पापा मेरे आदर्श.. मेरे प्रेरणा स्रोत……
मेरे पापा मेरे आदर्श……. हां !!! मेरे लिए मेरे पापा ही मेरे आदर्श….. मेरे सुपर हीरो है ……. । बचपन से आज तक मेरे लिए आदर्श है और सदा रहेंगे …… !!
इस दुनिया में आने के बाद जब मैंने खोली पहली बार अपनी आंख .. मां की गोद में …… बगल में खड़े हैरत से मुझे देखते पापा को मैंने पहली बार देखा। वह मुझे देखकर खुशी से सातवें आसमान में थे कि अब दुनिया में उनका भी कोई अपना अंश है.. उनका भी कोई अपना अक्स है। मेरी नन्ही नन्ही अंगुलियों को बार-बार छूते .. मेरे माथे को बार-बार चूम लेते ..फिर डरते-डरते मुझे गोद में लेकर मुझे घंटों तक निहारते रहते । मानो….मैं उनके लिए ईश्वर का दिया हुआ कोई अनमोल तोहफा हूं।
एक बच्चे का उसकी मां से संबंध इस संसार में आंखें खोलने से 9 महीने पहले ही बन जाता है। उसके तन से.. उसके मन से ..लेकिन पिता का रिश्ता जन्म लेने के बाद बनता है। ऐसा बिल्कुल नहीं है। पिता का रिश्ता भी बच्चे के मां के गर्भ में आने के वक्त ही बन जाता है । दिल से..आत्मा से.. खून से .. ।
पिता के सपने हजार
पति से पिता बनने के एहसास से ही उसका मन सुनहरे सपनों की उड़ान भरने लगता है। मन में कई सुनहरी कल्पनाएं व सपने जन्म लेने लगते हैं ।कि बेटा होगा तो ..वह उसके साथ क्रिकेट खेलेगा, कुश्ती लड़ेगा और छोटी-छोटी बातों में वह मुझसे लड़ेगा, मेरे साथ भी चलेगा।
और जो गर बेटी होगी तो …वह तो उसकी नन्ही सी परी होगी।जो जादू से उसके हर दुख, हर परेशानी को दूर कर देगी।अपनी मासूम हंसी से, अपनी खिलखिलाहट से जीवन में खुशियां बिखेर देगी।उसका ध्यान रखेगी बिल्कुल मां की तरह , डांटेगी और प्यार करेगी बहन की तरह।उसको हर चीज नए सिरे से सिखाएगी।उसकी हर बात पर खोट निकालेगी कि पापा आपको ये नहीं आता है…. पापा आप इस ड्रेस में बिल्कुल नहीं जँच रहे हैं…….. !!!!!
मां, दादी , दादा , बार-बार पापा को टोकते कि बच्चे को ऐसे पकडो , बच्चे को वैसे पकड़ो , बच्चे के साथ यह ना करो व ना करो।लेकिन पापा अपनी मस्ती में ही रहते….।
पिता एक रूप अनेक
धीरे धीरे वक्त गुजरता गया। लम्हे अब घंटों में बदल गए, घंटे अब महीनों में बदल गए। वक्त के साथ-साथ हम भी घुटनों के बल दरवाजे तक चल कर आ जाते।जब पापा ऑफिस से थके हारे घर पहुंचते। दिन भर काम में व्यस्तता के बावजूद अपनी सारी थकान को भूल कर पापा दौड़कर आ हमें गोद में उठा लेते हैं।
देर तक हमसे बातें करते । पापा हमें अपनी बाहों से झूला झुलाते। कभी हमें ऊपर उछाल कर बाहों में थाम लेते । बस पापा किसी सुपर हीरो से हो जाते ।हां मेरे पापा उस वक्त मेरे लिए सुपर हीरो बन जाते । हम खुशी से खिलखिला उठते मानो सारे जहान की खुशियां हमें मिल गई हो।
उम्र बढ़ती गई स्कूल में जाने का पहला दिन भी आ पहुंचा। पापा की गोद में छुपते- छुपाते रोते-रोते स्कूल की पहली सीढ़ी चढ़ी । मगर पापा सौ लालच देकर हमें मनाते । कभी अपनी मीठी सी मुस्कान से, कभी जादू की झप्पी देकर ।हमारा सारा डर निकाल कर जादूगर ही बन जाते । हां मेरे पापा उस वक्त मेरे लिए जादूगर बन जाते।
समय का पहिया घूमता गया। धीरे-धीरे पापा हमारे भविष्य को लेकर सपने भी बुनते चले गए। उनका संघर्ष बढ़ता गया। उन्होंने हमें न रोका न टोका। हमेशा आगे बढ़ने का हौसला दिया । बेहतर से बेहतर करने की प्रेरणा दी। मां ने पंख दिए। पिता ने उन पंखों को मजबूती दी और दूर गगन में स्वतंत्र उड़ने की आजादी दी ,मगर कुछ हिदायतों के साथ ।
कभी जाहिर नहीं की अपनी चिंताएं, कभी नहीं दिखलाया अपना संघर्ष, छुपाया हम से अपनी अनगिनत परेशानियां, कभी नहीं जतलाऐ अपने अनगिनत कर्ज ।हां उन्होंने कई कई बार अपने लिए की कमी , शायद हजारों बार अपना मन भी मारा ।लेकिन कभी नहीं किया समझौता हमारी ख्वाहिशों के साथ ।हम जो भी मांगते पापा उसे तुरंत लाकर देते ।पापा उस वक्त हमारे लिए धनकुबेर हो जाते । हमारी सारी इच्छाएं पूर्ण कर देते हैं। हां मेरे पापा उस वक्त मेरे लिए धनकुबेर बन जाते ।
वक्त का पहिया घूमता रहा।हम स्कूल से कॉलेज पहुंच गए। अब जीवन के उस मोड़ में जहां हमें दिखा दुनिया का असली चेहरा… , असली जीवन का संघर्ष.., हम कभी घोर निराशा ,कभी आशाओं के समंदर में डुबकी लगाते । अब पापा हमें प्रेरणा देते , हमारे लिए दुनिया के एकमात्र विश्वस्त शख्स बन गए जिन पर हम आंख मूंदकर भरोसा कर सकते थे।
कठोर अनुशासन का पाठ पढ़ाते , कभी बहुत खट्टे तो कभी बहुत मीठे बन कर पापा , अच्छे बुरे की पहचान ..दोस्त दुश्मन का अंतर ….. अनंत..असीमित प्यार देकर हमारे कोमल मन को नई उड़ान , नए सपने देते…..मेरे पापा मेरे शिक्षक बन जाते । हां मेरे पापा उस वक्त मेरे लिए शिक्षक बन जाते।
मेरे पापा मेरे शिक्षक , मेरे सुपर हीरो…
जीवन अत्यधिक उतार चढ़ाव भरा है । सफलता और मुकाम कभी आसानी से हासिल नहीं होते। कभी असफलताओं के थपेड़ों ने हमें मारा … ।तो कभी कभी मंजिल में पहुंचने से पहले ही हम गिर पड़े। मगर बिना थके ..बिना रुके पापा हमारे दुख में हमारे आगे खड़े नजर आते तो हमारे सुख में हमारे पीछे खड़े होकर मुस्कुराते। हमारे जीवन के इन संघर्षों में मेरे पापा मेरे लिए उस विशाल बरगद के पेड़ से थे जिस की छांव तले हम सब सुरक्षित थे। हां मेरे पापा उस वक्त मेरे लिए विशाल बरगद का पेड़ बन जाते !!!!
किसी भी घर में मां गर आत्मा है तो पिता उस घर की सांसें । इस दुनिया में ऐसा कोई दूसरा शख्स नहीं है जो आपको आगे बढ़ते , आपको सफल होते ….देख खुश होता हो । बस एक पापा ही हैं !!!! जो चाहते हैं कि उनका बच्चा उनसे कहीं ज्यादा गुना सफल हो जाए। नई नई मंजिलों उसके कदमों तले हो । वह नई नई बुलंदियों को छुएं , नई नई इबारतों को लिखे , बस एक मिशाल बना जाए।
जब एक दिन बच्चा यूं बुलंदियों को छू लेता है तो पापा की आंखों के कोने में खुशी के आंसू छलक पड़ते हैं जिन्हें वो छुपाना तो बहुत चाहते हैं मगर आंसू है कि छलक ही पड़ते हैं । मां गर प्यार देती है तो पापा की टेढ़ी नजर हमें गलतियों से बचाती है। एक पल में वह कठोर हो जाते ..दूसरे पल मोम बनकर पिधल जाते । हां मेरे पापा उस वक्त मोम वन पिघल जाते !!!!
आज हम भाई-बहन मां बाप बन गए और जो सब पापा ने हमारे लिए किया। वह सब हम अपने बच्चों के लिए ठीक उसी तरह करते हैं। लेकिन कल हमें अपने पापा का कोई संघर्ष , कोई चिंता कोई , परेशानी कभी नहीं दिखती थी। आज मगर अचानक सब समझ में आ गया।
क्योंकि अब हम खुद मां बाप बन गए….. अब पापा हमें कभी दोस्त बनकर समझाते … कभी हमारी उलझनों को समझ कर चुटकियों में सुलझा जाते। अब हमारे पापा हमें हमारे बच्चों की परवरिश का तरीका दोस्त बनकर बतलाते….हां अब मेरे पापा मेरे दोस्त बन गए .. एक सच्चे दोस्त !!!!
Father’s Day Celebration
पश्चिमी देशों में तो Father’s Day मनाने का प्रचलन बहुत पहले से ही है लेकिन आज के बदलते परिवेश में भारत में भी Father’s Day मनाने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। अपने पिता के संघर्ष , उनकी प्रेरणा , उनके हौसले , उनके जज्बे , उनके साहस को इस दिन सम्मान दिया जाता है। यह दिन है पिता को उन अनगिनत चीजों के लिए धन्यबाद कहने का जो उन्होंने आपके लिए किये। इसीलिए पिता को समर्पित यह दिन ( Father’s Day) बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
हालांकि एक पिता के संघर्ष , उसकी प्रेरणा , उसके हौसले , उसके जज्बे , उसके साहस को सिर्फ एक दिन ही क्यों सम्मान दिया जाए ?? क्यों ना हर रोज , हर वक्त , हर पल सम्मान दिया जाए। लेकिन अगर कहीं हम भूल जाएं अपने पापा के अनगिनत.. अनकहे एहसानों को तो यह एक दिन ( Father’s Day ) जरूर हमें याद दिलाता है अपने फर्ज अपने कर्तव्य को….।
पिता शब्द सिर्फ एक शब्द नहीं बच्चों के लिए वह पूरा सूरज , चांद , तारों भरा चमकीला नीला आसमान है । बेटा हो या बेटी… पापा हर किसी के जीवन में पहले सुपर हीरो होते हैं। उनके आदर्श होते हैं। सुरक्षित बचपन से लेकर ……..सुनहरा भविष्य पापा ही तो देते और कहते हैं कि बेटियां तो अपने भावी जीवन साथी की परिकल्पना भी अपने पापा को लेकर ही करती है। पापा की छवि को लेकर ही जीवनसाथी की छवि गढ़ती है।
Gift ideas for Father’s Day
Father’s Day के दिन पिता को उपहार देने का प्रचलन पहले के मुकाबले अब बढ़ गया हैं। लोग इस दिन अपने पिता को तरह तरह के उपहार देते हैं। आप भी अपने पिता को उनके मनपसंद की वस्तु उन्हें भेंट करें तो उन्हें बेहद खुशी होगी । इसके अलावा उनके मनपसंद color की टीशर्ट या पेंट-कमीज ,घड़ी , उनके पसंदीदा फूल या खाने की कोई वस्तु भेंट कर सकते है। आप उन्हें कहीं बाहर घुमाने भी ले जा सकते है। होटल या घर में उनके साथ बैठ कर खाना भी खा सकते है।
वैसे हर माता पिता को अपने बच्चों का साथ सबसे ज्यादा अजीज होता है और आपके द्वारा दिया गया सम्मान ही उनके लिए सबसे बड़ा उपहार है। इसीलिए सिर्फ एक दिन नहीं , हर दिन उन्हें प्यार व सम्मान दीजिए क्योंकि उन्होंने अपनी पूरी जिन्दगी आप पर न्यौछावर की है। यही उनके लिए सबसे बड़ा उपहार है।
Father’s Day Quote
मां गर है धरती !!! पिता है सितारों भरा नीला आकाश ।
इन दोनों के बीच में बसता है बच्चों का सारा संसार।
मां गर देती है।पंख परिंदे को !!! तो पिता देता है उड़ने का हौसला ।
मां गर देती हैं संस्कार !!! तो पिता सिखाते जीवन का संघर्ष ।
मां गर देती है प्यार !!! पिता देते लक्ष्य और मुकाम।
बिन पिता के मां भी कहां से जीवन देती ।
पिता बिना बच्चों का अधूरा संसार।
Happy Father’s Day …..
You are most welcome to share your comments.If you like this post.Then please share it.Thanks for visiting.
यह भी पढ़ें……
Daughter’s Day क्यों मनाया जाता हैं पढ़िए
Teacher’s Day क्यों मनाया जाता हैं पढ़िए
विश्व परिवार दिवस कब और क्यों मनाया जाता है
राष्ट्रमंडल दिवस कब और क्यों मनाया जाता है
Mother’s Day क्यों मनाया जाता हैं पढ़िए
शानदार Inspirational New Year Quotes (हिंदी में )
विश्व तंबाकू निषेध दिवस कब मनाया जाता है
Environment Day क्यों मनाया जाता हैं पढ़िए
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस कब मनाया जाता है
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस कब मनाया जाता है
रेड क्रॉस दिवस कब मनाया जाता है